लोक आस्था और सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा का समापन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में संपन्न हुआ। जिले के विभिन्न छठ घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। महिलाओं ने व्रत के चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर परिवार की सुख-समृद्धि और कल्याण की कामना की।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छठ पूजा के अंतिम दिन पटना स्थित अपने आवास पर उगते सूर्य को ‘उषा अर्घ्य’ अर्पित किया। इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केन्द्रीय चिराग पासवान ने भी अपने परिवार के साथ उगते सूर्य को ‘उषा अर्घ्य’ अर्पित किया। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, “छठी मैया ने बिना मांगे इतना कुछ दिया है लेकिन हां मैं ये मानता हूं जिस विकसित बिहार की हम कल्पना करते हैं और उस विकसित परिवार तथा उस विकसित बिहार में हर परिवार में खुशियां और समृद्धि आए।

यही कामना की है कि छठी मैया का ये आर्शीवाद बिहार और देश के हर व्यक्ति और परिवार को मिले। छठ पर्व के साथ लोकतंत्र का महापर्व भी चल रहा है ऐसे में आज जब हम लोग छठ का उगते सूर्य को अर्घ्य देकर इस पर्व को पूर्ण किया। एक महापर्व समाप्ति की ओर है तो दूसरी ओर लोकतंत्र का दूसरा महापर्व वो अपनी चरम सीमा पर अपने पूर्णरूप में आएगा। आज से हम लोग प्रचंड प्रचार की शुरुआत करेंगे और जो भी परिणाम आएंगे हम जानते हैं हमारे पक्ष में आएंगे लेकिन वो परिणाम बिहार और बिहारवासियों के लिए सुखद होंगे।”

प्रशासन की ओर से इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध किए गए थे। प्रशासन द्वारा सभी तैयारियाँ पूर्व से ही पूरी कर ली गई थीं ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो। वहीं, संवेदनशील घाटों पर SDRF की टीम लगातार तैनात रही और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की गई।

बिहार के सभी जिले के प्रमुख घाटों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। डूबते सूर्य की भांति उगते सूर्य को भी श्रद्धालुओं ने जल अर्पित किया और लोकगीतों की मधुर स्वर लहरियों से वातावरण भक्तिमय हो उठा।
चार दिनों तक चले इस महापर्व का समापन शांतिपूर्ण और श्रद्धापूर्ण माहौल में हुआ। सूर्य उपासना और लोक संस्कृति के इस पर्व ने एक बार फिर सामाजिक एकता, स्वच्छता और अनुशासन का संदेश दिया।






















