सासाराम में स्वतंत्र भारत के लौह पुरुष और प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर देशभर में एकता और राष्ट्र निर्माण के संदेश को मजबूत करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के ‘सरदार @150 अभियान के तहत यह दो वर्षीय (2024-2026) उत्सव सरदार पटेल के योगदान को सलाम करता है, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद 562 रियासतों को एक सूत्र में बांधकर आधुनिक भारत की नींव रखी।
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इन कार्यक्रमों में एक प्रमुख पहल ‘जल संगम से जन संगम – द फेस्टिवल ऑफ यूनिटी’ है, जिसकी शुरुआत दिल्ली सरकार ने आज सोनिया विहार यमुना घाट पर की। शिक्षा मंत्री अशिष सूद ने इस अभियान का उद्घाटन किया, जिसमें दिल्ली के सरकारी स्कूलों के लगभग 150 स्वयंसेवकों (छात्रों और शिक्षकों) ने भाग लिया। यह कार्यक्रम संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है और इसका उद्देश्य सरदार पटेल के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के दर्शन को युवा पीढ़ी तक पहुंचाना है।
अभियान के तहत यमुना नदी के पवित्र जल को ‘एकता का जल’ के रूप में संग्रहित किया गया। यह जल कश्मीर से कन्याकुमारी तक फैले देश की 25 सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण नदियों तक पहुंचाया जाएगा, जो राष्ट्रीय एकता और सामूहिक जिम्मेदारी का प्रतीक है। प्रत्येक नदी से जल एकत्र कर उसे वापस दिल्ली लाया जाएगा। 31 अक्टूबर 2025 को सरदार पटेल की मूर्ति पर पटेल चौक में एक भव्य ‘जलाभिषेक’ समारोह आयोजित होगा, जिसमें दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इस जल को अर्पित करेंगी। यह समारोह अभियान का भव्य समापन होगा।






















