RJD Bihar Election Action: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में बड़ा संगठनात्मक झटका लगा है। पार्टी ने अनुशासनहीनता और चुनाव विरोधी गतिविधियों के आरोप में 10 नेताओं को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इन नेताओं पर छह साल के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। इस कार्रवाई से यह साफ संकेत मिल रहा है कि आरजेडी इस चुनाव में किसी भी तरह की ‘बगावत’ या अंदरूनी असंतोष को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। इससे पहले राजद ने 27 नेताओं को 6 सालों के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था।
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निष्कासित नेताओं में एक मौजूदा विधायक और दो पूर्व विधायक भी शामिल हैं। आरजेडी के वर्तमान डेहरी विधायक फतेह बहादुर सिंह, पूर्व विधायक मो. गुलाम जिलानी वारसी (कांटी) और मो. रियाजुल हक राजू (गोपालगंज) को पार्टी से बाहर कर दिया गया है। इनके अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार (नालंदा), बिहार शरीफ से मो. सैयद नौसादुल नवी उर्फ पप्पू खां, पूर्णिया के प्रदेश महासचिव अमोद कुमार मंडल, सिंहेश्वर के क्रियाशील सदस्य विरेंद्र कुमार शर्मा, मधेपुरा से ई. प्रणव प्रकाश, भोजपुर से महिला प्रकोष्ठ की महासचिव जिप्सा आनंद, और भोजपुर के ही सक्रिय सदस्य राजीव रंजन उर्फ पिंकू को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाया गया।

आरजेडी की इस सख्त कार्रवाई को संगठनात्मक अनुशासन को बनाए रखने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कई नेताओं ने टिकट बंटवारे के बाद बगावत का रास्ता चुना था, कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन में सक्रिय देखे गए थे। इस कदम से तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया है कि पार्टी में ‘डिसिप्लिन’ सर्वोच्च है और जो भी नेतृत्व की लाइन से हटेगा, उसे बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।






















