Mokama Roadshow Controversy: बिहार की सियासत इन दिनों गरमाई हुई है और इस बार केंद्र में है मोकामा, जहां डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और मोदी सरकार के मंत्री ललन सिंह का रोड शो जनता के सवालों के बीच विवादों में घिर गया। बताया जा रहा है कि रोड शो के दौरान स्थानीय लोगों ने अस्पतालों की हालत, रोजगार और मूलभूत सुविधाओं पर नेताओं से सवाल दाग दिए। भीड़ में मौजूद लोगों ने सरकार की “सफलताओं” पर सवाल उठाए, लेकिन जैसे ही तीखे सवाल उठे, नेताओं का काफिला तेजी से निकल गया।
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विपक्षी दलों ने इसे हाथों-हाथ उठा लिया। कांग्रेस ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर वीडियो साझा करते हुए लिखा — “20 साल के कुशासन का जनता हिसाब मांग रही है, अब जवाब वोट से मिलेगा।” कांग्रेस ने सीधे तौर पर मोदी-नीतीश गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता अब विकास के वादों की हकीकत जान चुकी है और अब जवाब देने के लिए तैयार है।
मोकामा में अनंत सिंह के लिये प्रचार करने गये ललन सिंह और सम्राट चौधरी पर केस दर्ज
वहीं राजद (RJD) ने इस विवाद को और हवा दी। पार्टी ने एक अन्य वीडियो पोस्ट किया जिसमें कथित रूप से ललन सिंह वोटरों को धमकाते नजर आ रहे हैं। वीडियो में उन्हें यह कहते सुना जा सकता है कि “जो लोग BJP-JDU के खिलाफ वोट देने वाले हैं, उन्हें घर से निकलने मत देना।” राजद ने तीखा तंज कसते हुए लिखा — “केंद्रीय मंत्री ललन सिंह चुनाव आयोग की छाती पर बुलडोज़र चढ़ाते हुए खुलेआम धमकी दे रहे हैं, लेकिन आयोग मौन है।”
हालांकि यह वीडियो कहां और कब का है, इसकी आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हुई है। लेकिन राजनीतिक तौर पर यह क्लिप माहौल को गरमाने के लिए काफी साबित हुई। राजद ने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “जिन स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर वोट मांगा जा रहा है, उन्हीं के नाम पर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।”
इस बीच कांग्रेस ने भी ललन सिंह के बयान को लेकर चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग की है। पार्टी ने सवाल उठाया कि “क्या निष्पक्ष चुनाव आयोग इस खुलेआम धमकी पर कोई कदम उठाएगा, या हर बार की तरह भाजपा-जेडीयू नेताओं को बचाएगा?”






















