आरजेडी नेता मीसा भारती और रोहिणी आचार्य (Misa Bharti-Rohini Acharya) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए पर तीखा हमला करते हुए कहा कि “बिहार अब बंदूक और तलवार की राजनीति नहीं, बल्कि रोज़गार और विकास की राजनीति चाहता है।” मीसा भारती ने कहा कि उन्हें जनता का अपार समर्थन मिल रहा है और बिहार के बेरोजगार युवा तेजस्वी यादव के साथ खड़े हैं क्योंकि वह मुद्दों की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम युवाओं की बात कर रहे हैं, महिलाओं की बात कर रहे हैं, महंगाई, नौकरियों और पलायन जैसे असली मुद्दों को उठा रहे हैं। 2005 से बिहार में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन न तो फैक्ट्रियाँ खुलीं, न रोजगार बढ़ा और न ही पलायन रुका। यह बिहार की सबसे बड़ी विडंबना है।”
मीसा ने प्रधानमंत्री मोदी के भाषणों पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री मंच से कट्टे और बंदूक की बात करते हैं, जबकि तेजस्वी यादव सिंचाई, पढ़ाई, दवाई और कमाई की बात करते हैं। यही फर्क है जनता के नेता और प्रचार के नेता में। इस बार बिहार की जनता ने तय कर लिया है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तेजस्वी को बैठाना है।”
वहीं, लालू प्रसाद यादव की दूसरी बेटी और आरजेडी नेता रोहिणी आचार्य ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह बेहद शर्मनाक है कि देश के प्रधानमंत्री बंदूक की बात कर रहे हैं। बिहार की जनता तय करेगी कि उन्हें हिंसा की राजनीति चाहिए या रोजगार और सम्मान देने वाली सरकार। प्रधानमंत्री और एनडीए के पास लालू परिवार को गालियाँ देने के अलावा कुछ नहीं बचा है। उनके पास कोई उपलब्धि नहीं है, इसलिए वे भटकाने की राजनीति कर रहे हैं।”
रोहिणी ने आगे कहा कि “आरजेडी का लक्ष्य साफ है — हर घर में नौकरी, हर हाथ में काम और हर परिवार में समृद्धि। जब तक बिहार के युवाओं को रोज़गार नहीं मिलेगा, तब तक राज्य की तस्वीर नहीं बदलेगी। तेजस्वी यादव वही चेहरा हैं जो युवाओं के सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं।”






















