बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) को एक बड़ा झटका लगा है। भागलपुर के पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र से पार्टी विधायक ललन पासवान ने भाजपा से नाता तोड़ते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का दामन थाम लिया है। ललन पासवान पार्टी के टिकट वितरण से नाराज थे। इस बार भाजपा ने पीरपैंती (सुरक्षित) सीट से मुरारी पासवान को उम्मीदवार बनाया था, जिससे खफा होकर ललन पासवान ने कुछ दिन पहले ही भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। आज उन्होंने राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव की मौजूदगी में आधिकारिक रूप से राजद की सदस्यता ग्रहण की।
राजद में शामिल होने के बाद ललन पासवान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “राष्ट्रीय जनता दल का कारवां बढ़ता रहे। आज से मैं भी हुआ शामिल। तेजस्वी मय बिहार बनाना है, हम सबने मिलकर ठाना है। तेजस्वी ही वर्तमान हैं, तेजस्वी ही भविष्य! जय भीम!”
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एक ओर उन्होंने तेजस्वी यादव को बिहार का भविष्य बताया, तो दूसरी ओर दलित समाज के प्रतिनिधित्व को लेकर भाजपा पर तंज भी कसा। अपने त्यागपत्र में ललन पासवान ने लिखा था, “अब लगता है कि भाजपा को मुखर दलित नेतृत्व की आवश्यकता नहीं रही।” राजद में शामिल होने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा, “ललन जी जैसे ज़मीनी और जनप्रिय नेता का आरजेडी में स्वागत है। हमारा लक्ष्य सामाजिक न्याय, समानता और विकास के साथ सभी वर्गों को साथ लेकर चलना है।”
ललन पासवान ने कहा कि वह अब डॉ. भीमराव आंबेडकर के आदर्शों पर चलते हुए जनता के बीच अपनी भूमिका स्वतंत्र रूप से निभाना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आरजेडी के मंच से वह दलित, पिछड़े और वंचित तबकों के अधिकारों की आवाज़ को और मजबूत करेंगे।






















