चुनाव प्रचार से लौटे खेसारी लाल यादव ने पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरी मुस्कान ही बता रही है कि मेरी सरकार बनने जा रही है, क्योंकि जनता मेरे साथ है। खेसारी लाल यादव ने कहा कि एनडीए के कुछ लोग उनके खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, फिर भी उन्होंने अपनी जुबान पर संयम रखा है। उन्होंने कहा, “मेरे बड़े भाई जो मेरे खिलाफ बोल रहे हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं। चुनाव आज है, कल खत्म हो जाएगा, पर रिश्ते बने रहेंगे।”
भाजपा के पूर्व सांसद दिनेश लाल निरहुआ द्वारा उन्हें “अश्लील” कहने पर खेसारी ने पलटवार करते हुए कहा, “अगर मैं अश्लील हूं, तो बीजेपी में जो चारों भोजपुरी अभिनेता हैं, वे क्या ‘आसाराम बापू’ हैं? मैं विकास की विचारधारा में विश्वास करता हूं, इसलिए राजद (RJD) के साथ हूं।” निरहुआ के इस बयान पर कि “खेसारी छपरा से हारकर भगोड़ा हो जाएगा”, खेसारी ने भावुक होकर कहा, “बेटा कहीं भी हो, मां-बाप का दर्द समझ सकता है। जो अपने अपनों का दर्द नहीं समझते, वे जनता का दर्द क्या जानेंगे?”
खेसारी ने अपने ऊपर लगे “सस्ता नशा” करने के आरोप पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा, “मैं गरीब हूं, बीड़ी पी लेता हूं लेकिन किसी का खून नहीं पीता। मुझे गरीब होने का गर्व है।” पवन सिंह पर हमला करते हुए खेसारी ने कहा कि वे पहले मुझे “राजा भाई” और “लक्ष्मण भाई” कहते थे, लेकिन अब चुनावी मौसम में वही व्यक्ति मेरी बहन और पत्नी को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “पवन सिंह जब निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे, तब मोदी सरकार को गलत कहते थे, अब वही सरकार उन्हें ‘रोड अच्छा’ और ‘घेवरा अच्छा’ लग रही है। यह दोहरापन जनता देख रही है।”
मोतिहारी में पवन सिंह की जनसभा में भगदड़.. टूटा पंडाल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
खेसारी ने कहा कि “पवन सिंह में मेरी बातों को समझने की क्षमता नहीं है। मैंने बीवी और बहन के उदाहरण से समाज में सम्मान की बात की, पर उसका गलत मतलब निकाला गया। मुझे ‘नचनिया’, ‘अधर्मी’ और ‘सनातन विरोधी’ कहा गया।”
उन्होंने आगे कहा कि पटना में एयरपोर्ट बन गया, लेकिन इससे गरीबों की जिंदगी में क्या बदलाव आया? क्या एयरपोर्ट बनने से बेरोजगारी खत्म हो जाएगी या गरीबों के बच्चों को शिक्षा मिल जाएगी? उन्होंने कहा, “इन लोगों को बस धर्म के नाम पर वोट लेना आता है। ना पलायन पर बात करते हैं, ना शिक्षा पर, ना बेरोजगारी पर।”
अंत में पवन सिंह को लेकर खेसारी ने तंज कसते हुए कहा, “अगर मैं लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर रहा हूं, तो क्या पवन सिंह लड़कियों को चांद पर पहुंचा रहे हैं? उनकी पत्नी ज्योति सिंह भी मेरी तारीफ करती हैं, इससे सोचिए कि असली सच्चाई क्या है।”
छपरा की चुनावी सरगर्मी के बीच खेसारी लाल यादव की यह बयानबाजी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि खेसारी ने अपने अंदाज में भोजपुरी फिल्मी जुबान और जनभावना को मिलाकर ऐसा माहौल बनाया है, जो युवाओं और गरीब तबके में गूंज पैदा कर रहा है।






















