बिहार विधानसभा चुनाव (Tejashwi Yadav Attack on NDA) के दूसरे चरण के मतदान से ठीक पहले राजनीतिक तापमान अपने चरम पर है। जैसे-जैसे मतदान नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला और तेज हो गया है। प्रचार थमने के बाद अब मैदान सोशल मीडिया पर उतर आया है। इसी कड़ी में राजद नेता तेजस्वी यादव ने रविवार देर रात एक तीखा हमला करते हुए NDA गठबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पहले चरण के मतदान के बाद NDA खेमे में गहरी निराशा और भय का माहौल है।
तेजस्वी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी बिहार के स्थानीय प्रशासन पर दबाव डाल रहे हैं, ताकि दूसरे चरण के मतदान में महागठबंधन के समर्थक बूथों को कमजोर किया जा सके। उनका आरोप है कि जहां NDA के नेता ठहरते हैं, वहां के CCTV कैमरे तक बंद कराए जा रहे हैं, और रातों-रात अधिकारियों को बुलाकर महागठबंधन के कार्यकर्ताओं को डिटेन करने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
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तेजस्वी ने यह भी दावा किया कि सीएम आवास से जुड़े कुछ भ्रष्ट अधिकारी, जो कथित तौर पर ईडी के शिकंजे में हैं, वे महागठबंधन के बूथ एजेंटों को परेशान करने और मजबूत मतदान केंद्रों को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। तेजस्वी के मुताबिक, अब कई ईमानदार अधिकारी NDA के दबाव में आने से इनकार कर रहे हैं और वे खुद इन कॉल्स के स्क्रीनशॉट साझा कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने बिहार के अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि वे “संविधान की शपथ” का सम्मान करें और किसी राजनीतिक दबाव में न आएं। उन्होंने यह भी कहा कि “दो गुजराती किसी भी तरह से बिहार को अपने कब्जे में लेना चाहते हैं, वे बिहार को उपनिवेश बनाना चाहते हैं।” राजद नेता ने चेतावनी दी कि बिहार की जनता पूरी तरह जागरूक है और इस बार “लोकतंत्र की डकैती” नहीं होने देगी।






















