[Team insider] पश्चिमी सिंहभूम जिला के सदर प्रखंड मुख्यालय के अतंर्गत पड़ने वाले करलाझुड़ी पंचायत में गुरूवार की शाम को जिले के के पंचायत सेवक सागर लागुरी अभिकर्ता सुखलाल पूर्ती से 11 हजार रुपये घूस ले रहा था। उसी समय एसीबी की टीम ने रंगे हाथ धर दबोचा। रुपये लेते हुए मौके पर ही गिरफ्तार कर एसीबी की टीम अपने साथ पंचायत सेवक सागर लागुरी को ले गई। सागर लागुरी को पकड़ने के लिए एसीबी की टीम ने चार घंटे तक रेकी की।
अभिकर्ता 12 हजार रुपये पंचायत सेवक को देने के लिए तैयार हुआ
करलाझुड़ी पंचायत में तालाब में स्नान घाट बनाने के लिए करीब ढाई लाख रूपये की योजना ली गई थी। सुखलाल पूर्ती ने स्नान घाट बनाने का कार्य पूर्ण कर लिया था और फाइनल बिल की निकासी के लिए पंचायत सेवक सागर लागुरी के पास चक्कर लगा रहे थे। बाद में पंचायत सेवक सागर लागुरी ने अभिकर्ता सुखलाल पूर्ती से कहा कि हम 25 हजार लेंगे, तब जाकर बिल फाइनल करेंगे।
काफी मान मनौव्वल का दौर चला। अंत में अभिकर्ता 12 हजार रुपये पंचायत सेवक को देने के लिए तैयार हुआ। अभिकर्ता ने अग्रिम राशि के रूप में पंचायत सेवक को पहले एक हजार रुपये दिया और बिल फाइनल बनाने के बाद बाकी रुपये देने की बात कही थी। इधर परेशान अभिकर्ता सुखलाल पूर्ती साधु चरण कुंटिया के पास गया और अपनी पीड़ा सुनाई। पीड़ा सुनने के बाद पंचायत सेवक को पकड़वाने की योजना बनाई गई।
निगरानी विभाग की टीम सादे लिबास में रेकी कर रही थी
साधु चरण कुंटिया के साथ अभिकर्ता सुखलाल पूर्ती ने जमशेदपुर में एसीबी के समक्ष अपनी कहानी बताई और लिखित शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद एसीबी की टीम जमशेदपुर से चाईबासा पहुंची। टीम सीधे सदर प्रखंड में धाबा बोला, लेकिन पंचायत सेवक सागर लागुरी प्रखंड कार्यालय छोड़ कर भाग गया। बाद में पंचायत सेवक सागर लागुरी ने फोन कर अभिकर्ता सुखलाल पूर्ती को महुलसाई स्थित ओवरब्रिज के पास बुलाया।
वहीं सुखलाल पूर्ती ने भी फोन कर एसीबी की टीम को ओवरब्रिज के पास आने को कहा। निगरानी विभाग की टीम सादे लिबास में रेकी कर रही थी। जैसे ही सुखलाल पूर्ती ने पंचायत सेवक को 11 हजार रुपये दिए एसीबी की टीम ने पंचायत सेवक सागर लागुरी को रंगे हाथ पकड़ लिया और सागर को अपने साथ लेकर जमशेदपुर चली गई।