मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने रिकॉर्ड 10वीं बार शपथ लेकर राज्य की सियासत में अपनी पकड़ को और मजबूत कर लिया है। नई सरकार की शपथ-संध्या में कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण किया। शपथ ग्रहण के बाद अब मंत्रियों में विभागों का बंटवारा भी हो गया। गृह विभाग इस बार बीजेपी को मिला है। नीतीश कुमार के सीएम रहते हुए ऐसा पहली बार हुआ है जब उनके पास गृह विभाग नहीं होगा। यही वो विभाग है जिसे लेकर भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू में खींचतान चल रही थी।
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दरअसल, पिछले 20 सालों में ऐसा पहली बार है जब नीतीश कुमार ने गृह विभाग अपने पास नहीं रखा है। इससे पहले बिहार का गृह विभाग हमेशा से नीतीश कुमार के पास रहा है। लेकिन इस बार उन्होंने इस विभाग को बीजेपी के लिए छोड़ दिया है। अब सम्राट चौधरी के हाथों में बिहार के कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी भी होगी।

नीतीश के नए मंत्रीमंडल में सम्राट चौधरी को गृह विभाग, विजय कुमार सिन्हा को भूमि एवं राजस्व विभाग खान एवं भू-तत्व विभाग, मंगल पाण्डे को स्वास्थ्य विभाग, दिलीप जयसवाल को विधि विभाग और उद्योग विभाग, नितीन नवीन को पथ निर्माण विभाग, रामकृपाल यादव को नगर विकास एवं आवास विभाग और कृषि विभाग, संजय टाईगर को श्रम संसाधन विभाग, अरूण शंकर प्रसाद को पर्यटन विभाग कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, सुरेन्द्र मेहता को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग , नारायण प्रसाद को आपदा प्रबंधन विभाग, रमा निषाद को पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, लखेन्द्र पासवान को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, श्रेयसी सिंह को सूचना प्राद्यौगिकी विभाग और खेल विभाग, प्रमोद चंद्रवंशी को सहकारिता विभाग पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग मिला है।






















