बिहार के नए कृषि मंत्री राम कृपाल यादव ने पदभार ग्रहण कर राज्य में कृषि क्षेत्र (Bihar Agriculture) को नई दिशा देने का संकल्प जताया है। विभाग के अधिकारियों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत के बीच राम कृपाल यादव ने स्पष्ट संदेश दिया कि आने वाले समय में किसानों के हित और कृषि उत्पादन में वृद्धि ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। पदभार ग्रहण के बाद उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेतृत्व द्वारा उन पर जो भरोसा जताया गया है, वह उनके लिए सम्मान और बड़ी जिम्मेदारी दोनों है।
राम कृपाल यादव ने कहा कि बिहार की अर्थव्यवस्था का वास्तविक आधार कृषि है और किसान राज्य की प्रगति के मूल स्तंभ हैं। उन्होंने माना कि खेती पर निर्भर बड़ी आबादी को मजबूत बनाने के बिना बिहार का आर्थिक विकास संभव नहीं है। इसलिए उनकी पहली प्राथमिकता किसानों की आमदनी को दोगुना–तीन गुना करने के ठोस उपायों पर काम करना होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस परिकल्पना का भी जिक्र किया, जिसमें कहा गया है कि खुशहाल भारत का निर्माण तभी संभव है जब देश का किसान मजबूत हो।
कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए खेतों में उत्पादन क्षमता बढ़ाना, आधुनिक तकनीक उपलब्ध कराना और बेहतर सुविधाएँ देना आवश्यक है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई सभी योजनाओं को जमीन पर प्रभावी तरीके से लागू किया जाएगा। बिहार के किसानों को जिन योजनाओं का सीधा लाभ मिलना चाहिए, उन्हें बिना किसी देरी और बाधा के उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कृषि विभाग को भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी बनाना उनकी कार्यशैली का मुख्य आधार होगा। उनके मुताबिक विभाग का हर निर्णय किसानों के हित और उनके विकास को ध्यान में रखकर किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को विश्वास में लेकर टीम वर्क के आधार पर तेजी से काम आगे बढ़ाने की बात कही। राम कृपाल यादव का कहना है कि किसान केवल अन्नदाता नहीं बल्कि राज्य की प्रगति के आधार स्तंभ हैं, इसलिए उनकी समस्याओं का समाधान सरकार की सर्वोच्च प्रतिबद्धता है।


















