Lalu Yadav Mahuabagh: बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमाई हुई है और केंद्र में इस बार विवाद का मुद्दा है पटना के महुआबाग में बन रहा वह आलीशान भवन, जिसे लेकर बीजेपी ने राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर सीधा निशाना साध दिया है। पार्टी ने सोशल मीडिया पर निर्माणाधीन महल का वीडियो जारी करते हुए इसे “लूट-खसोट से खड़ी संपत्ति” करार दिया है। बीजेपी नेताओं का दावा है कि यह हवेली उस ‘सामाजिक न्याय’ मॉडल का प्रतीक है, जिसका फायदा सिर्फ एक परिवार ने उठाया और जिसकी कीमत बिहार ने दशकों तक चुकाई।
महुआबाग स्थित इस निर्माणाधीन कोठी को लेकर राजनीतिक हलकों में पहले से चर्चा थीं, लेकिन बीजेपी की ओर से इसे सार्वजनिक रूप से मुद्दा बनाए जाने के बाद मामला और गर्म हो गया है। पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने आरोप लगाया है कि यह संपत्ति ‘नौकरी के बदले जमीन’ जैसे पुराने घोटालों से अर्जित की गई कमाई का हिस्सा हो सकती है। उन्होंने ईडी की ओर इशारा करते हुए कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी लूट से अर्जित संपत्ति कानूनी कार्रवाई की जद में आ सकती है और इसकी जब्ती संभव है।
साल 2023 में प्रवर्तन निदेशालय ने लालू यादव के परिवार और उनसे संबंधित संस्थाओं की पटना, दिल्ली और गाजियाबाद में लगभग छह करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की थी। इसमें राबड़ी देवी से जुड़ी महुआबाग की एक जमीन भी शामिल थी। हालांकि बीजेपी द्वारा जारी वीडियो किस प्लॉट का है और उसका दावेदार कौन है- इस पर अभी कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जरूर है कि लालू परिवार 10, सर्कुलर रोड का सरकारी बंगला खाली करने के बाद या तो हार्डिंग रोड वाले नए आवास में जा सकता है या फिर महुआबाग की कोठी को नए राजनीतिक पते के रूप में इस्तेमाल कर सकता है।
बीजेपी का दावा है कि इस ‘महलनुमा’ संरचना से यह स्पष्ट होता है कि जिस समाजवाद की बात लालू परिवार दशकों से करता रहा, उसका असली अर्थ ‘परिवारवाद’ और ‘संपत्ति संग्रह’ ही रहा है। नीरज कुमार का कहना है कि लालू परिवार ने बिहार की राजनीति और प्रशासनिक तंत्र पर ऐसी पकड़ बनाई जिसने भ्रष्टाचार को व्यवस्था में गहराई तक बैठा दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि लालू यादव को यह समझना चाहिए कि अवैध संपत्तियाँ हमेशा सुरक्षित नहीं रहतीं और ईडी जैसी एजेंसियाँ किसी भी वक्त कार्रवाई कर सकती हैं।
जो भी हो, इतना तय है कि महुआबाग का यह ‘महल’ आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति को और ज्यादा गर्माने वाला है। लालू यादव का नाम, बीजेपी का प्रहार, और ईडी की संभावित अगली कार्रवाई, ये तीनों मिलकर पटना से दिल्ली तक सियासी हलचल को नए मोड़ पर ले गए हैं।






















