देश की राजनीति में चुनावी बयानबाज़ी एक बार फिर तेज हो गई है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग और EVM (Rahul Gandhi EVM) को लेकर दिए गए आरोपों पर बिहार सरकार और भाजपा नेताओं ने तीखा वार किया है। नेताओं का कहना है कि कांग्रेस अपनी लगातार पराजयों के बाद आत्मचिंतन से बचने के लिए मुद्दे भटकाने की कोशिश कर रही है। बिहार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राहुल गांधी का आरोप न सिर्फ तथ्यहीन है बल्कि जनता के जनादेश को ठुकराने जैसा है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस कर्नाटक और झारखंड जैसे राज्यों में जीतती है, तब न तो EVM पर सवाल उठाए जाते हैं और न चुनाव आयोग पर। लेकिन हार मिलते ही आरोपों की झड़ी लगा देना जनता के भरोसे का अपमान है। मंत्री ने दावा किया कि जनता इस तरह की राजनीति को समझ चुकी है और समय आने पर इसका जवाब देगी।

बिहार सरकार के मंत्री मोहम्मद ज़मा खान ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर कहा कि जिस राज्य में, जिस नेता के नेतृत्व में हम काम करते हैं वहां कुछ भी गलत नहीं होने वाला है। नीतीश कुमार बिहार के हर पहलू का ध्यान रखते हैं। निश्चित रूप से, आने वाले दिनों में बिहार में किसी भी समाज को किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने राहुल गांधी को कठोर शब्दों में घेरते हुए कहा कि कांग्रेस की 95 पराजयों के बाद भी नेतृत्व वास्तविक कारणों को समझने को तैयार नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के नेताओं को चुनाव नतीजों के बाद विदेश यात्राओं की आदत पड़ चुकी है, जबकि सुधार कांग्रेस के भीतर ही अधिक जरूरी है। शर्मा ने यह भी कहा कि पार्टी न तो मैदान में प्रदर्शन कर पा रही है और न अपनी रणनीति बदल पा रही है, इसलिए EVM को मुद्दा बनाकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि राहुल गांधी अपनी हार की लंबी सूची को स्वीकार करने की बजाय निर्वाचन प्रणाली पर ही सवाल उठाने की पुरानी आदत दोहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आत्मविश्लेषण से बचने के लिए कांग्रेस EVM को दोष देकर एक बार फिर राजनीतिक ध्यान भटकाना चाहती है।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी राहुल गांधी के आरोपों को खारिज किया और कहा कि आज की सरकार में पारदर्शिता सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि न तो किसी प्रकार का दबाव है और न किसी संवैधानिक संस्था का दुरुपयोग किया जा रहा है। खट्टर ने जोड़ा कि राहुल गांधी शायद अपने समय की राजनीति को आज भी लागू मानकर बयान दे रहे हैं, जबकि देश अब पूरी तरह पारदर्शी व्यवस्था की ओर बढ़ चुका है।






















