Bihar Jharkhand Crime Nexus: बिहार और झारखंड के अपराध जगत के बीच चल रहे इंटरस्टेट नेटवर्क का पर्दाफाश तब हुआ जब झारखंड के रांची सदर इलाके में हुई करोड़ों की छिनतई का सीधा सुराग बिहार के कटिहार तक जा पहुंचा। रांची में 12 करोड़ रुपये मूल्य का सोना और करीब 10 लाख की चांदी छीनने वाले बदमाश किसी दूरदराज इलाके में नहीं, बल्कि कटिहार के कुख्यात कोढ़ा गैंग से जुड़े निकल गए। संयुक्त अभियान चलाकर कटिहार पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल केस में बड़ी सफलता हासिल करते हुए सामान बरामद कर लिया।
रांची सदर थाने की छिनतई वारदात में तकनीकी जांच, सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल की मदद से पुलिस ने पाया कि अपराध की कड़ी कोढ़ा थाना क्षेत्र के जुराबगंज निवासी राम कुमार यादव तक जाती है। यह जानकारी सामने आते ही झारखंड पुलिस की टीम कटिहार पहुंची और स्थानीय पुलिस से संपर्क कर संयुक्त रेड की तैयारी की गई। कोढ़ा थानाध्यक्ष सुजीत कुमार के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में आरोपी के घर से करीब 426 ग्राम सोने के जेवर और 452 ग्राम चांदी की ज्वेलरी जब्त की गई, जिन्हें बाद में रांची पुलिस के हवाले कर दिया गया।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि कोढ़ा गैंग लंबे समय से इंटरस्टेट क्राइम को अंजाम दे रहा है। यह गैंग झारखंड, बंगाल और बिहार की सीमाओं का फायदा उठाकर वारदातों के बाद तुरंत राज्य बदल लेता है, जिससे गिरफ्तारी मुश्किल हो जाती है। रांची पुलिस के अधिकारी बताते हैं कि इस केस में तेजी से कार्रवाई न की जाती तो बरामदगी लगभग असंभव हो जाती। स्थानीय पुलिस ने भी माना कि वैज्ञानिक जांच और त्वरित समन्वय की वजह से इतने बड़े पैमाने की ज्वेलरी की रिकवरी संभव हो सकी।


















