[Team Insider] चतरा के सिमरिया प्रखंड के तहत जिरवाखुर्द पंचायत के सलगी वनक्षेत्र के तहत भुतहा गांव में तस्करों ने दो सौ से अधिक हरे-भरे पेड़ काट डाले। तस्करों की यह काली करतूत प्रकाश में आते ही जिले की डीसी अंजली यादव ने खुद संज्ञान लेते हुए इस कुकृत में संलिप्त तस्करों पर कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया है।
गैरमजरुआ भूमि में लगे थे पेड़
काटे गए पेड़ एक गैरमजरुआ भूमि में लगे हुए थे। सभी विशालकाय वृक्ष के रूप में तैयार थे। इन तैयार वृक्षों पर तस्करों की काफी पहले से नजर थी। मौका देखकर तस्करों ने बड़ी संख्या में पेड़ों को काट डाला। जिसमें कुछ की तस्करी भी कर दी और कुछ की तस्करी करने के फिराक में थे। हरे-भरे पेड़ों के काटे जाने की जानकारी कुछ पर्यावरण प्रेमियों ने डीसी को ट्वीट कर दी थी। जिसके बाद डीसी ने संज्ञान लेते हुए वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया था।
पेड़ के बोटों को किया जब्त
जिसके बाद बीडीओ नीतू सिंह,सीओ सीके दास, एक्सक्यूटिव मजिस्ट्रेट अमरदीप सिंह सहित सिमरिया पुलिस मौके पर जाकर तस्करी के बाद शेष बचे पेड़ के बोटों को जब्त किया और जांच पड़ताल शुरू की।
7 तस्करों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
बता दें कि बसे बसाए इस जंगल के विध्वंस से पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा है और इस जंगल में रहे जीव जंतुओं का आशियाना छिन गया है। इस मामले में सिमरिया थाना में सात तस्करों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमें मोहन यादव, महेंद्र यादव, हरि यादव, प्रसाद यादव, कमल देव यादव, रंजय यादव और गुड्डू साव का नाम शामिल है। यह प्राथमिकी सीओ छुटेशवर दास के द्वारा कराई गई है।