[Team Insider] राज्य सरकार द्वारा कोरोना गाइडलाइन जारी करते हुए रामनवमी जुलूस को लेकर अनुमति दी है । जिसके बाद विपक्ष राज्य की हेमंत सरकार पर तुष्टीकरण और हिंदू विरोधी कार्य करने का आरोप लगाकर लगातार हमलावर है। वहीं दूसरी ओर एक नया मामला राम नवमी पूजा को लेकर सरकारी अधिकारियों के व्यवहार और नीतियों के विरुद्ध देखने को मिला। जहा देर शाम राम नवमी पूजा महासमिति के अध्यक्ष और कार्यकर्ताओं के साथ सिमरिया थाना प्रभारी अविनाश कुमार ने बदसलूकी कर गाली गलोज किया ।
क्या है मामला
राम नवमी पूजा चंदा को लेकर पूजा समिति कार्यकर्ताओं और वाहन चालकों के बीच मामूली तू -तू- मैं -मैं हो गई थी। इस मामले को लेकर थाना प्रभारी ने पूजा महासमिति विभिन्न अखाड़े के प्रतिनिधियों को थाना बुलाया। लेकिन थाना में मामले पर वार्ता के बजाय थाना प्रभारी एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए गाली गलौज करने लगे। जिसके बाद समिति के अध्यक्ष और अखाड़ों के प्रतिनिधि आक्रोशित होकर थाने से बाहर निकल कर मशाल जुलूस के साथ थाना प्रभारी के विरोध आंदोलन का बिगुल फूंक दिया। उन्होंने थाना प्रभारी पर हिंदू विरोधी और तुष्टिकरण की गंदी राजनीति का आरोप लगाया है।आक्रोशित महासमिति और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता थाना प्रभारी को अविलंब हटाने और विभागीय कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी पर जब तक कार्यवाही नहीं होगी तब तक राम नवमी पूजा स्थगित रहेगा।
जाँच में जुटे अधिकारी
हालांकि जैसे ही मामले की जानकारी वरीय अधिकारियों को मिली वैसे ही उनके निर्देश पर सिमरिया एसडीओ सुधीर दास और एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी आंदोलनकारियों से वार्ता कर मामले की जाँच में लगे हैं।