मामला गया जिले का है। जहां गर्मीं के कहर से इंसान के साथ भगवान भी परेशान है। इस भीषण गर्मी और लू की तेज हवाओं में गया के मंदिरों (Temple) के भीतर नजारा ही कुछ और है। जहां भगवान को बढ़ती गर्मी से बचाने के लिए 24 घंटे पंखे और एसी की सेवा दी जाति है। ताकि इश्वर को किसी तरह कि कोई परेशानी ना हो। गया में आपको ऐसे मंदिर आसानी से देखने को मिल जाएगे ।
भगवान को मिल रही अनेक सुविधा
गया के इस्कॉन मंदिर के बारे आपको जानने की जरुरत है। यहां राधा-कृष्ण समेत अन्य और भी प्रतिमाएं है। वहीं इस मंदिर में भगवान को गर्मी की मार ना झेलनी पड़े इसलिए एयर कंडीशन और पंखे लगाए गए है। चाहे मंदिर में कोई व्यक्ति हो या न हो, लेकिन भगवान को 24 घंटे पंखे और एयर कंडीशन की सेवा प्रदान की जाती है।
मंदिरों में हो रहा एयर कंडीशनरका इस्तेमाल
वहीं गया के गेवालबिगहा मोड़ के पास इस्कॉन मंदिर बना हुआ है। यहां भी भगवान को गर्मी से बचाए रखने के लिए एयर कंडीशनरका इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही इस मंदिर में माता तुलसी को गर्मी से बचाने के लिए जल अर्पण किया जाता है। जिसके लिए यहां पीतल के बर्तन का उपयोग किया जाता है। जिससे लगातार ठंढा पानी माता तुलसी पर बूंद-बूंद कर टपकता रहता है।
प्रेमभाव से होती है सेवा
बता दें कि भगवान को गर्मी से बचाए जाने के बारे में इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष व मुख्य पुजारी जगदीश श्याम दास कहते है कि हमारे यहां मंदिरों में भगवान के लिए पंखे और एयर कंडीशनर की सुविधा दी जाती है। वह कहते है कि भगवान भी एक व्यक्ति के सामान है। वह प्रेम का स्वरूप है। हम बड़े प्रेमभाव से उनकी सेवा करते है। उन्होंने कहा कि जब मंदिर भगवान का है तो पहला अधिकार भी उन्हीं का होना चाहिए। वह विग्रह रूप में आते हैं और सभी से प्रेम करते हैं।
अलग-अलग किस्म के लगाए जाते है भोग
मंदिर के मुख्य पुजारी ने बताया कि गर्मी के तरह ही ठंड के दिनों में भी भगवान के लिए मंदिरों में व्यवस्था की जाति है। यहां मौसम के हिसाब से भगवान की सेवा की जाती है। जैसे ठंड में हीटर लगाए जाते है। वहीं गर्मी के समय पंखे और एयर कंडीशन की सेवा दी जाती है। साथ ही भगवान ठंडे पानी का उपयोग किया जाता है। यहीं नहीं पांचों पहर भगवान को अलग-अलग किस्म का भोग लगाया जाता है।