वैशाख मास को सनातन धर्म में पुण्य माह माना जाता है । वैशाख शुक्ल तृतीया का पर्व ग्रह-गोचरों के युग्म संयोग में आज अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाएगा । मान्यताओं के अनुसार ग्रह-गोचरों के युग्म संयोग से इस तिथि पर किया गया गया दान-पुण्य, पूजा-पाठ करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती हैं । इस दिन सोने के आभूषण खरीदना बहुत शुभ माना गया है. भविष्य पुराण के अनुसार इस दिन महाभारत का अंत हुआ था और इसी दिन सतयुग व त्रेता युग की शुरूआत हुई थी ।
खरीदारी का विशेष महत्व
इस दिन गंगा स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है । इस दिन भोजन सामग्री का दान करने और बेजुबानों को दान-पुण्य और भोजन कराने से देने अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन गंगा, गंडक, कमला, कौशिकी, बागमती नदी, सागर व तीर्थ में स्नान से कई गुना पुण्यफल प्राप्त होते है. अक्षय तृतीया के दिन स्वर्ण, रजत, धातु, रत्न व अन्य शुभ वस्तुओं की खरीदारी का विशेष महत्व होता है । इस बार यह मंगलवार को यानी आज है । वही आखा तीज के नाम से भी अक्षय तृतीया को जाना जाता है । आज पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 5:39 से शुरू होकर दोपहर 12:18 मिनट तक है जो 4 मई को सुबह 7:30 तक रहेगा ।