मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज जनता दरबार (Janata Darbar) में राज्य के अलग अलग जिलों से आए लोगों की समस्याओं को सुन रहे है। जिसमें वह लोगों की समाज कल्याण ,स्वास्थ्य,शिक्षा, पिछड़ा, अति पिछड़ा, कला संस्कृति, सूचना प्रावैधिकी से संबंधित समस्याएं सुनने में लगे है। साथ ही इस जनता दरबार में सभी विभागों के मंत्री और आला अधिकारी भी शामिल हुए है। वहीं यह जनता दरबार मुख्यमंत्री सचिवालय के बगल में बनाए गए नए हॉल में आयोजित किया गया है।
कोरोना दिशानिर्देश का रखा जा रहा खास ख्याल
वहीं बीते सप्ताह ईद के कारण जनता दरबार को स्थगित किया गाया था लेकिन आज एक बार फिर से जनता के लिए खोल दिया गया है। यहां हर वर्ग और तबके के लोग आ कर अपनी समस्याओं का समाधान पाते है। बता दें कि कोरोना महामारी को देखते हुए कोरोना के गाइडलाइन के अनुसार ही जनता दरबार का आयोजन किया गया है। साथ ही यहां आने वाले लोगों को जिला पुलिस कोरोना जांच करने के बाद ही जनता दरबार में भेजती है।
सीएम सुन रहे सभी की शिकायते
बता दें कि कोरोना गाइडलाइन के तहत बरती जा रही सावधानी के कारण सीमित मुख्यमंत्री कुछ लोगों की ही शिकायतें सुन पा रहे हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी है, जो मुख्यमंत्री तक अपनी परेशानियों को पहुँचाने के लिए जनता दरबार के बाहर खड़े है। साथ ही आपको बता दें कि कई लोगों ने सीएम से मिलने के लिए 6 से 7 महीने पहले तक रजिस्ट्रेशन कर लिया था है लेकिन कोरोना महामारी के कारण सीमित लोग ही सीएम से मिल पा रहे है।
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