बीपीएससी पेपर लीक (BPSC Paper Leak) मामले में विपक्ष लगातार मौजूदा सरकार को घेरने का काम कर रही है। जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान, मुकेश सहनी समेत अन्य नेताओं ने सरकार से इस बड़ी धांधली पर सवाल किए हैं। वहीं हम पार्टी के प्रमुख ने सत्ताधारी पार्टी का साथ देते हुए राजद पर पलटवार कर रहे है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने राजद के शासनकाल की याद दिलाते हुए कहा कि राजद जब सत्ता में थी तब बीपीएससी केवल सीएम हाउस की कठपुतली के रूप में काम करती थी और आज राजद ही मौजूदा सरकार पर उंगली उठा रहें है।
मांझी के बयान पर भड़के राजद प्रवक्ता
बता दें कि मांझी के इस बयान का जवाब देते हुए राजद प्रावक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जीतनराम मांझी भी उस समय सरकार का हिस्सा थे. उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग राजद के शासनकाल पर सवाल करते है। आरोप प्रत्यारोप लगाने से किसी के पाप नही धुल जाएंगे। जिन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है, उसका खामियाजा उन्हें भुगतना ही होगा। यहां राजनिति की नहीं बल्कि छात्रों के भविष्य की बात है। राजद प्रवक्ता ने सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम ने अपने बयान में कहा कि उन्हें पेपर लिक होने की जानकारी नहीं है। जबकि पुरे भारत को इस बारे में पाता चल गया लेकिन बिहार के प्रधान को इसकी जानकारी नहीं मिली।
सीएम पर लगाए आरोप
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए राजद प्रावक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उन्हें जांच का आदेश देना ही था, इसके सिवा उनके पास और कोई रास्ता नहीं था। इससे पहले भी कई परीक्षा के समय ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है लेकिन आज तक किसी अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई। यह सब सरकार की मिलीभगत से ही होता है। आने वाले दिनों में जनता खुद ही इन सब चीजों का हिसाब करेंगी।
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