बिहार एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं है। ताजा उदाहरण पटना की सड़कों पर लगे पोस्टर में देखने को मिल रहा है। आज एनएच-30 पर कोइलवर में बने तीन लेन डाउन स्ट्रीम पुल का उद्घाटन होना है। उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी करेंगे। पोस्टर में गडकरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, सूबे के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन और बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल हैं। जिन नेताओं की तस्वीर है, वो सभी बीजेपी के नेता हैं। जबकि सूबे के मुख्यमंत्री यानी जदयू नेता नीतीश कुमार की तस्वीर पोस्टर से गायब है। सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश की तस्वीर किसी भी पोस्टर में नहीं होना मानवीय भूल नहीं, बल्कि नीतीश को नजरअंदाज किया गया है।
पिछले साल भी पोस्टर विवाद आया था सामने
किसी सरकारी कार्यक्रम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर गायब होना पहला मामला नहीं है। पिछले साल भी आरा में ओवरब्रिज उद्घाटन समारोह के पोस्टर में नीतीश को जगह नहीं दी गई थी। तब भी इस पर जमकर सियासत गरमाई थी। बता दें हाल में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से नीतीश की नजदीकियां काफी बढ़ी हैं। दोनों नेताओं की जुगलबंदी देखकर यह कायस लगाए जा रहे हैं कि नीतीश फिर पलटी मार सकते हैं। वह राजद के साथ मिलकर सरकार चला सकते हैं या अगले चुनाव के लिए राजद से गठबंधन की नींव रखी जा रही है।