बिहार में बहार है…बढ़ता बिहार, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, नारी सशक्तीकरण जैसे स्लोगन देने वाली सरकार में महिलाओं से रोजगार छीन रहा है। पिछले चार महीनों में बिहार में 4.38 लाख महिलाओं का रोजगार छीना है। पांच साल में जनवरी से अप्रैल के बीच 6.09 लाख महिलाओं ने रोजगार गंवाया था।
देश भरा में 1.25 करोड़ महिलाओं ने गंवाया रोजगार
पिछले पांच साल में देश भर में 1.25 करोड़ महिलाओं ने रोजगार खोया है। इस साल जनवरी से अप्रैल तक में 25 लाख महिलाओं का रोजगार छीना है। यह आंकड़ा सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनोमी (सीएमआईई) का है। इसमें बताया गया है कि जनवरी 2017 से अप्रैल 2017 के दौरान देश में 40.89 करोड़ लोगों को रोजगार मिला था। इनमें 35.81 करोड़ पुरुष और 5.08 करोड़ महिलाएं थीं। आज पांच साल बाद कुल रोजगार घटकर 39.98 करोड़ रह गया है।
सबसे बुरी स्थिति तमिलनाडु की
पिछले पांच साल में रोजगार गंवाने वाली महिलाओं में सबसे अधिक तमिलनाडु की हैं। यहां 24.97 लाख महिलाओं ने रोजगार खोया है। मध्य प्रदेश में 8.24 लाख, कर्नाटक में 23.07 लाख महिलाओं ने रोजगार गंवाया। इस साल जनवरी से अप्रैल में सबसे अधिक तेलंगाना में 51.01 लाख महिलाओं ने रोजगार गंवाया। कर्नाटक में 23.07 और तमिलनाडु में 24.97 लाख महिलाओं का रोजगार छीना है।