बॉलीवुड के स्टार रहे शत्रुघ्न सिन्हा राजनीति में भी खासे सफल रहे हैं। नेता से लेकर सांसद और केंद्रीय मंत्री तक का सफर शत्रुघ्न सिन्हा ने भाजपा के साथ तय किया है। लेकिन 2019 में सबकुछ खत्म होता दिखा। पटना साहिब लोकसभा सीट से पहली बार हारे शत्रुघ्न सिन्हा का राजनीतिक कॅरियर खत्म होता दिख रहा था। तब तक TMC ने उन्हें सहारा दिया और ममता बनर्जी ने आसनसोल से सांसद बनवा दिया। लेकिन पटना से शत्रुघ्न सिन्हा का याराना पुराना है, जो सोमवार, 6 जून को ताजा होता दिखा।
‘अब हिंदुस्तानी बाबू हूं’
आसनसोल से सांसद बनने के बाद अपनी जमीन यानि पटना पहली बार शत्रुघ्न सिन्हा आए हैं। यहां उन्होंने टेनिस टूर्नामेंट का उद्घाटन किया और स्वर्गीय डॉ एबी प्रसाद को श्रद्धांजलि दी। यह टूर्नामेंट डॉ. प्रसाद की याद में ही आयोजित किया गया है। डॉ. प्रसाद एक जमाने में टेनिस के कोच थे और शत्रुघ्न सिन्हा ने भी उनसे टेनिस की बारीकियां सीखीं थी। अपने विजिट के दौरान मीडिया से बात करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि अब मैं हिंदुस्तानी बाबू बन गया हूं।
सिद्दीकी ने कहा- हम अपना स्टार संभाल न सके
इस कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि हम अपने स्टार और बिहारी बाबू को संभाल नही सके। तभी तो आज ये बंगाली बाबू हो गए। जो सम्मान इन्हें बिहार की राजनीति में मिलना चाहिए था, वो नही मिला। इसमें हम सबसे गलती हुई है। लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा ने चुटकी लेते हुए कहा कि बिहारी बाबू हूं, बंगाली बाबू बनकर चुनाव लड़ा, अब हिंदुस्तानी बाबू हूं।