राजधानी रांची में शुक्रवार को उपद्रव के बाद रविवार से भय व दहशत के जिंदगी पटरी पर लौट गई है। वहीं एहतियात के लिए बंद किए गए इंटरनेट सेवा बी 32 घंटे के बाद बहाल कर दी गई। सुबह से लोग रोजमर्रा के कामकाज के लिए सड़कों पर उतरे। सड़क के किनारे सब्जी व मछली की दुकानें सुबह से ही सजने लगी है। इधर, प्रशासन भी चुस्ती के साथ सड़कों, चौक चौराहे पर पुलिस जवानों की लगातार तैनात हैं। खासकर संवेदशील इलाकों में अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। पुलिस व प्रशासन के कदमों को स्थानीय लोगों की भी मदद मिल रही है। हालांकि, शहर में अभी भी निषेधाज्ञा लागू है।
हाई लेवल कमेटी का किया गया है गठन
वही उपद्रव को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जांच के आदेश दिए हैं। उनके निर्देश पर एक हाई लेवल कमेटी का गठन किया गया है। इस 2 सदस्य कमेटी में आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव अमिताभ कौशल पर एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑपरेशन संजय आनंद लौटकर शामिल है कमेटी को 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को भी कहा गया है।
प्रदर्शनकारियों ने जुलुस निकाला था
गैरतलब है कि राजधानी रांची में बीजेपी नेत्री नूपुर शर्मा की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार दोपहर प्रदर्शनकारियों ने जुलुस निकाला था। अचानक से जुलुस में शामिल लोग हिंसक हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दी थी। जिसके जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज की और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हवाई फायरिंग भी की थी जिसमें 2 लोगों की मौत ही गई थी।