क्षत्रिय राजपूत डॉक्टर्स ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा रविवार को होटल द पानश पटना में महाराणा प्रताप कोरोना योद्धा सम्मान समारोह और क्षत्रिय राजपूत डॉक्टर्स ऑर्गेनाइजेशन का इंस्टालेशन आफ बिहार स्टेट तथा महाराणा प्रताप जयंती का आयोजन किया गया। जिसमें 20 डॉक्टर्स को महाराणा प्रताप कोरोना योद्धा सम्मान दिया गया। सभी लोगों ने महाराणा प्रताप के फोटो पर पुष्पांजलि किया।
ठाकुर समाज का इतिहास गौरवशाली इतिहास रहा है
कार्यक्रम में विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के मंत्री सुमित कुमार सिंह , खादय एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेसी सिंह, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह शामिल हुए। डॉ. आर. टी. जडेजा,राष्ट्रीय प्रेसिडेंट क्षत्रिय राजपूत डॉक्टर्स ऑर्गेनाइजेशन कहा कि महाराणा प्रताप स्वाभिमानी व्यक्ति थे उसकी उन्होंने जीवन पर्यंत रक्षा की। कहा कि ठाकुर समाज का इतिहास गौरवशाली इतिहास रहा है और इस गौरवशाली समाज के हम वंशज है हमें इस बात पर गर्व है कि ठाकुर समाज सदैव से लोगों की मदद करने में आगे रहा है। आगे भी समाज इसी तरह रचनात्मक कार्यों में लगा रहेगा।
कोरोना काल में डॉक्टर ने भी योद्धा से कम नहीं थे
डॉ. सुनील कुमार सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी दुश्मनों के सामने घुटने नहीं टेके। महाराणा प्रताप योद्धा थे उसी तरह से कोरोना काल में डॉक्टर ने भी योद्धा से कम नही थे। ऐसे भी धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर ने कोरोना काल अपना फर्ज निभाया। धरती के भगवान को कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया गया। कहा कि जयंती पर हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि हमें सदैव देश की सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। मातृभूमि ही हमारी सब कुछ है।
कुंवर अजय सिंह ने महाराणा प्रताप के जीवन संघर्ष पर प्रकाश डाला और कहा कि महाराणा प्रताप मेवाड़ की स्वतंत्रता के लिए अंतिम समय तक लड़ाई लड़ते रहे। महाराणा प्रताप का जीवन चरित्र को हमें अपने जीवन मे उतारना चाहिए हमे स्वाभिमानी बन कर जीना चाहिए। नीतीश कैबिनेट के फैसलों को उन्होंने बताया कि महाराणा प्रताप की जयंती को पटना में राजकीय समारोह के साथ मनाने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश की राजधानी पटना में महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा भी लगाई जाएगी। बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप देश के वीर योद्धा थे। जिन्होंने मुगलों से आजादी दिलाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी। वे भारत के सच्चे वीर सपूत थे।
योद्धा किसी एक जाति के लिए नही बल्कि समस्त समाज के लिए लड़ते थे
खादय एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेसी सिंह उनके संघर्ष की कहानी यह बताती है कि सबको साथ लेकर चलने से सफलता जरूर मिलती है। कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि योद्धा किसी एक जाति के लिए नही बल्कि समस्त समाज के लिए लड़ते थे। महाराणा प्रताप की वीरता की गाथा को युवा पीढ़ी एवं लोगों तक पहुंचाना अच्छी बात है। समारोह में धन्यवाद ज्ञापन डॉ.विजय शंकर सिंह के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, शैलेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. वर्षा सिंह, डॉ. रोहित सिंह, डॉ. रवि विक्रम सिंह, डॉ.भरत सिंह, डॉ. सुशील सिंह, डॉ. अंशुमन सिंह, डॉ. अखिलेश सिंह, डॉ.वीणा सिंह, डॉ. राणा एस.पी.सिंह, डॉ. ममता सिंह, डॉ. रामेश्वर कुमार, डॉ. ऋत्विजा सिंह, मृत्युंजय कुमार सिंह, विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेता एवं शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थे।