भगवान जगन्नाथ से जुड़ा रथ यात्रा का महापर्व प्रत्येक साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष की भांति विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा का महापर्व आषाढ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया यानि 01 जुलाई को मनाया जाएगा। इसे लेकर राजधानी रांची के धुर्वा स्थित जगन्नाथ मंदिर में तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। इस बार रथ यात्रा के लिए तीन तरह की लकड़ियों से भगवान जगन्नाथ का रथ तैयार किया जा रहा है।
पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मेला के मुख्य अतिथि
बता दें कि इस वर्ष जगरनाथ मेला क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी खास है इस बार रांची के जगन्नाथ मेले में क्रिकेट जगत के मशहूर क्रिकेटर और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मेला के मुख्य अतिथि होंगे। इसके साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी रथ खीचने मंदिर पोह्चेंगे धार्मिक मान्यता है के अनुसार विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथयात्रा की परंपरा झारखंड के नागवंशी राजा ठाकुर एनी नाथ शाहदेव के शासनकाल से चली आ रही है।
दो वर्षो बाद लगेगा मेला
गौरतलब है कि बीते दो साल से कोरोना के चलते भक्तगण इस पावन यात्रा में नहीं शामिल हो पाए थे। लेकिन इस साल पूरे धूम-धाम के साथ रथ यात्रा का महोत्सव मनाया जाएगा रथयात्रा में जिन तीन रथो में सवार होकर भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ निकलते हैं। उसमें भगवान जगन्नाथ के रथ का नाम नंदिघोष, बलभद्रजी के रथ का नाम तालध्वज रथ और देवी सुभद्रा के रथ का नाम देवदलन रथ है। इन तीनों रथों में सबसे आगे बलभद्र जी का और उसके बाद सुभद्रा जी का और सबसे आखिर में भगवान श्री जगन्नाथ का रथ चलता है। 10 दिनों तक चलने वाला यह रात मेला काफी रोमांचक होता है और यहां झारखंड जिले और आसपास के लगभग 2 लाख से भी अधिक लोग आते हैं।