जून के बाद जुलाई में भी सत्ता परिवर्तन का योग चल रहा है। जून में यह योग महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कुंडली में था। जुलाई में यह योग ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन को डैमेज कर रहा है। पिछले दो दिनों में उनके चार दर्जन से अधिक मंत्री और सांसद इस्तीफा दे चुके हैं। यानि अब बॉरिस जॉनसन का जाना तय है। संभावना है कि वो जल्दी इस्तीफा देंगे।
तीन मुद्दों पर विद्रोह
उद्धव ठाकरे की तरह बॉरिस जॉनसन की सरकार भी जानी तय है। हालांकि यह विद्रोह सत्ता में फेरबदल से कहीं अधिक है। सांसदों औ मंत्रियों का विद्रोह तीन मुद्दों पर हैं। इसमें नाराजगी बॉरिस जॉनसन के कामकाज को लेकर भी है। इसके अलावा लॉकडाउन के दौरान पार्टी करना और कुछ नेताओं के सेक्स स्कैंडल को भी मुद्दा बनाया गया है। दरअसल लॉकडाउन के दौरान सांसद क्रिस पिंचर की शराब पार्टी और उन पर लगे यौन शोषण के आरोप पहले से ही विवाद के जड़ में थे। इस बीच पीएम ने पिंचर को डिप्टी चीफ व्हिप नियुक्त कर दिया तो विद्रोह उबल गया।
ऋषि सुनक PM की रेस में
संभावना है कि बॉरिस जॉनसन आज ही इस्तीफा देंगे। हालांकि इससे पहले जॉनसन ने सफाई दे दी थी कि पिंचर को सरकार में शामिल करने का उनका फैसला गलत था। इसके लिए उन्होंने माफी भी मांगी। इसके बाद पिंचर ने इस्तीफा भी दे दिया। लेकिन सांसदों का असंतोष शांत नहीं हुआ और धड़ाधड़ इस्तीफे आते गए। बॉरिस जॉनसन के बाद PM बनने वालों की सूची में ऋषि सुनक का नाम सबसे आगे है। ऋषि सुनक वित्त मंत्री रहे हैं। उनकी पत्नी अक्षता इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं।