भाकपा माओवादी संगठन का पूर्व एरिया कमांडर व वर्तमान में जेजेएमपी उग्रवादी संगठन का सक्रिया सदस्य डुमरी थाना क्षेत्र के माठु लोहरा उर्फ कमलेश लोहरा उर्फ कमलेश्वर तिर्की को पुलिस ने विशुनपुर थाना क्षेत्र के मुंदार मोड़ से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार उग्रवादी के पास से पुलिस ने एक लोडेड देशी कट्टा जिसमें एक जिंदा गोली बरामद किया है। गुरूवार को गुमला थाना परिसर में प्रेस कान्फ्रेंस करते हुए अभियान पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि माठु लोहरा विशुनपुर थाना क्षेत्र के मुंदार गांव की तरफ आ रहा है। सूचना पर तत्काल एक टीम का गठन किया गया।
लेवी का पैसा वसूल कर पहुंचाता था संगठन तक
गठित टीम मामले के सत्यापन के लिए मुंदार मोड़ के पास पहुंची तो पुलिस वाहन को देखकर एक व्यक्ति जंगल की ओर भागने लगा। जिसे पुलिस कर्मियों ने खदेड़कर पकड़ा। गिरफ्तार युवक से जब पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम माठु लोहरा बताया और कहा कि वह पूर्व में भाकपा माओवादी संगठन में एरिया कमांडर था और अब जेजएमपी उग्रवादी संगठन का सदस्य है। गिरफ्तार युवक की पुलिस ने तलाशी ली तो उसके पास से एक लोडेड पिस्तौल बरामद किया गया।
माठु उरांव ने बताया कि भाकपा माओवादी संगठन के एरिया कमांडर जोसेफ एक्का जो उसके गांव का था उसी ने वर्ष 2009 में संगठन में शामिल कराया था। वह लेवी का पैसा वसूल कर संगठन तक पहुंचाता था। उसके बाद वह करीब एक वर्ष तक भाकपा माओवादी के अरविंद जी का अंगरक्षक बन गया।
चैनपुर में एरिया कमांडर के रूप में काम करने लगा
वर्ष 2011 में अरविंद जी के द्वारा जोसेफ एक्का के साथ गुमला क्षेत्र में काम करने के लिए मुझे भेजा गया और चैनपुर में एरिया कमांडर के रूप में काम करने लगा। वर्ष 2010 में गुरदरी थाना अंतर्गत डुमरपाठ में बाक्साईट ट्रक में बैठे पुलिस जवानों को उडाने में उसके साथ जोसेफ एक्का, सचिन, दिलबर, पवन, विश्वनाथ, प्रसाद, कंचन, रंथू, बबलू उरांव शामिल थे। इस घटना में चार जवान मारे गये थे।
वहीं चैनपुर थाना में हुए हमले में भी वह शामिल था। वर्ष 2013 में सिविल गांव में पुलिस मुठभेड़ के दौरान वह बुद्धेश्वर उरांव व अशोक जी के दस्ते के साथ था। उसके बाद वर्ष 2014 में भाकपा माओवादी के शुकरा उरांव, अजीत उरांव, बीरू उरांव के साथ भागकर जेजेएमपी उग्रवादी संगठन के राजेंद्र उरांव व मंजित साहू के दस्ते में शामिल हो गया। छापामारी अभियान में थाना प्रभारी विशुनपुर सदानंद सिंह, पुअनि सुरेंद्र कुमार, पुअनि अंकु कुमार व सैट 172 के जवान शामिल थे।