धनबाद स्थित IIT-ISM अपने नए नए अविष्कार से हमेशा सुर्खियों में रहती है। यहां की इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग विभाग की छह सदस्यों की शोध टीम नेत्रहीनों के लिए कम पावर की खपत करने वाला सेंसर सक्षम ऑडियो सिस्टम विकसित कर रही है। ताकि उन्हें बगैर किसी के मदद स्वतंत्र रूप से चलने में मदद मिल सके। “आईआईटी (आईएसएम) धनबाद इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर राजीव कुमार राजन के नेतृत्व में टीम नेत्रहीनों के लिए एक विशेष प्रकार का चश्मा बनाने की योजना पर काम कर रही है जो उनके रास्ते में आने वाली वस्तुओं के बारे में सूचित करके उनकी मदद करेगी।
कैसे काम करेगी यह चश्मा
अब आपको बताते हैं कि यह चश्मा कैसे काम करेगी। यह विशेष प्रकार की चश्मा होगी जिसमें एक चिप लगा होगा और उससे एक ऑडियो डिवाइस नेत्रहीन के कान तक जाएगा जो उनके दिनचर्या को कुछ इस तरह से आसान बना देगा कि जब वह सड़क पर चल रहा होगा तो उसके सामने कोई वाहन, खम्भा अथवा अवरोध होगी तो उसके कान में एक ऑडियो सिस्टम पहुंचेगी जो उसे एलर्ट करेगी। यह डिवाइस”एज कंप्यूटिंग सिस्टम पर आधारित ऑडियो सिस्टम, होगी जो एक चश्मे के रूप में नेत्रहीनों के लिए वारदान साबित होगी।
86.25 लाख रुपये के अनुदान कि हुई है घोषणा
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार के मुखिया पीएम मोदी की स्वीकृति के बाद 86.25 लाख रुपये के अनुदान कि घोषणा हुई है। 4 से 9 जुलाई के बीच गांधीनगर में आयोजित डिजिटल इंडिया सप्ताह के दौरा इस प्रणाली विकसित करने के आईआईटी आइएसएम के प्रोजेक्ट को स्वीकृति मिली। “विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोगों को दृष्टि संबंधी समस्याएं हैं, जिनमें अंधापन, कम दृष्टि और किसी प्रकार की दृश्य हानि शामिल है। ऐसे लोगों को इस सुपर चश्मे से काफी सहूलियत मिलेगी।