लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी कांग्रेस की हालिया फजीहत का कारण है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कह देने वाले अधीर रंजन चौधरी सफाई तो दे रहे हैं। लेकिन उनकी सफाई सांसदों को नाकाफी लग रही है। भाजपा इसको लेकर आक्रामक है। मंत्री स्मृति ईरानी ने तो अधीर के बहाने सोनिया गांधी से पूरे देश से माफी मांगने की मांग कर दी है।
PM पर टिप्पणी कर दिया था भाजपा को मौका
जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर अधीर रंजन चौधरी ऐसे अधीर हुए कि सदन में ही पीएम पर विवादित टिप्पणी कर दी। चौधरी ने स्वामी विवेकानंद और नरेंद्र मोदी के नामों की तुलना पर कहा- कहां गंगा और कहां गंदी नाली। BJP सांसदों ने विरोध किया। लोकसभा Speaker Om Birla ने कहा कि बयान का विवादित हिस्सा सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया जाएगा। विवाद बढ़ने पर चौधरी ने कहा कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया। अगर किसी की भावना को चोट पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं।।
अमित शाह पर की थी टिप्पणी
जून, 2019 में लोकसभा में कांग्रेस के नेता चुने गए अधीर रंजन चौधरी ने संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत भी विवादित बयान के साथ शुरू की थी। उन्होंने NRC मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को घुसपैठिया कह दिया था। भाजपा नेताओं ने सदन में चौधरी के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।
मंत्री को कहा ‘निर्बला’
सदन में पीएम और गृहमंत्री को घुसपैठिया कहने वाला बवाल खत्म नहीं हुआ था कि उसी सत्र में चौधरी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन पर निजी टिप्पणी कर दी। चौधरी ने लोकसभा में Corporate Tax कटौती पर चर्चा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन को ‘निर्बला सीतारमन’ बुलाया। सदन में किसी सदस्य के खिलाफ निजी टिप्पणी सदन में सदस्य की मर्यादा के खिलाफ है। इस पर भी खूब बवाल हुआ।
गांधी परिवार को भी घसीट लाए चौधरी
एक बार अधीर रंजन चौधरी अपने बयानों से गांधी परिवार को भी घसीट लाए थे। सदन में कहा कि मोदी सरकार ने राजनीतिक प्रतिशोध में गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस ली है। अब इस बयान के बाद जब गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब देना शुरू किया तो निशाना सीधे गांधी परिवार पर लगा। अमित शाह ने बताया कि जब पूर्व PM चंद्रशेखर, नरसिम्हा राव, आईके गुजराल की सुरक्षा ले ली गई कांग्रेस ने कुछ नहीं कहा। उन्होंने गांधी परिवार के बारे में सदन में बताया कि 600 बार गांधी परिवार के सदस्य बिना सूचना दिए दौरों पर रहा।
सत्यपाल मलिक पर निशाना
अधीर रंजन चौधरी ने तत्कालीन जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खिलाफ भी विवादित बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा था, मुझे लगता है कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल को जम्मू-कश्मीर के लिए BJP का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। क्योंकि उनके व्यवहार के साथ-साथ उनके बयान भी भाजपा नेता की तरह हैं।
कश्मीर पर बयान ने सोनिया को किया हैरान
वैसे तो अधीर रंजन चौधरी के कई बयानों को कांग्रेस सार्वजनिक तौर पर पार्टी की राय से अलग बता देती है। लेकिन एक मौका था जब सदन में चौधरी के बयान ने सोनिया गांधी को हैरान कर दिया था। सोनिया तब उनकी बगल में ही थीं। अधीर रंजन चौधरी ने गृह मंत्री से पूछा कि 1948 से ही कश्मीर मामले की मॉनिटरिंग यूएन करता आ रहा है तो यह हमारा आंतरिक मामला कैसे हो गया? अधीर रंजन चौधरी के मुंह से इतना निकलना था कि पूरी सत्ता पक्ष कांग्रेस पर टूट पड़ी और कांग्रेस से जम्मू-कश्मीर पर उसका स्टैंड पूछने लग गई। कांग्रेस फजीहत से सदन में मुंह तक नहीं उठा पाई। बगल में बैठी सोनिया गांधी ने इशारा भी किया लेकिन चौधरी नहीं रूके।
उन्होंने फिर सरकार से सवाल किया कि वर्ष 1994 में पास हुए प्रस्ताव कि पूरा जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग इस पर अपना रुख साफ करे। इसके बाद अमित शाह ने जवाब देते हुए कहा कि आपको बता दूं कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, इसमें कोई शक नहीं है और इस पर कानूनी विवाद भी नहीं है।’ अमित शाह के इस बयान के बाद सत्ता पक्ष के सदस्यों ने ‘भारत माता की जय’ और वंदे मातरम के नारे लगाने शुरू कर दिए और पूरे सदन में कांग्रेस को मुंह छिपाना पड़ गया। सदन में अधीर रंजन चौधरी के सेल्फ गोल की गवाह रहीं सोनिया गांधी तब सदन में बेहद नाराज दिखीं थी।