राज्यपाल रमेश बेस आईआईटी आईएसएम के 41 वां दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। दो दिवसीय दीक्षांत समारोह के पहले दिन 1100 छात्रों को डिग्री और मेडल देकर उन्हें सम्मानित किया गया। पहले दिन 1100 और दूसरे दिन 1100 छात्रों को डिग्री और मेडल से नवाजा जाएगा। अपने संबोधन के दौरान आईआईटी आईएसएम के अध्ययन के साथ ही सामाजिक दायित्व का निवर्हन के लिए काफी प्रसंसा की। अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल ने कहा कि पूर्व के छात्रों का यह एक ऐतिहासिक पल है। सभी छात्र विशेष प्रसंसा के पात्र हैं।सभी की उपलब्धियों के लिए उन्हें विशेष बधाई देता हूँ।उनके भविष्य की भी कामना करता हूँ।अध्यापकों के अथक प्रयास से ही यह सम्भव हो सका है।इसलिए वे भी बधाई के पात्र हैं।
दीक्षांत समारोह में मेरा शमिल होना, मेरे लिए गौरव की बात
राज्यपाल ने कहा कि इस दीक्षांत समारोह में मेरा शमिल होना, मेरे लिए गौरव की बात है। यह संस्थान ऊर्जा और तकनीकी के क्षेत्र में नित्य नई उपलब्धि हासिल की है। आईआईटी बनने के बाद इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भी असाधारण प्रगति की है। आईआईटी आईएसएम जैसे संस्थान सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में ही नही बल्कि शोध और कृषि के क्षेत्र में भी काफी उन्नति की है। राष्ट्रीय लक्ष्य को हासिल करने में भी यह संस्थान अभी भूमिका निभा रहा है।यह संस्थान इनोवेशन और शोध को बढ़ावा दे रही है। संस्थान के छात्रों ने विश्व भर में देश और राज्य का मान बढ़ाया है।
वहीं कार्यक्रम के बाद निदेशक डॉ राजीव शेखर ने मीडिया से बात करते हुए आज के आयोजन को सफल बताते हुए इस क्षेत्र में कैरियर बनाने की सोच रखने वाले छात्रों को सफलता के अहम टिप्स दिए।जबकि गोल्डमेडलिस्ट काफी खुश दिखे और उन्होंने अपनी खुशी कुछ इस तरह से जाहिर की।