बिहार में शराबबंदी कानून को पूरी तरह से नीतीश कुमार पूरा जोर दिया है। उन्होंने इसके लिए एंटी लिकर टास्क फ़ोर्स भी बनाया था। लेकिन यह टास्क फ़ोर्स पूरी तरह फेल रहा। सरकार ने टास्क फ़ोर्स को खत्म करने का निर्णय लिया है। टास्क फ़ोर्स को दी गई सुविधाओं को वापस ले लिया गया है।
230 दस्तों का किया गया था गठन
बिहार में शराब के खिलाफ करवाई करने के लिए एंटी लिकर टास्क फ़ोर्स का गठन किया गया था। इस टास्क फ़ोर्स में कुल 230 दस्ते बनाए गए थे। सभी दस्ते को गाडियां और मोबाइल दिया गया था। सरकार का कहना है कि ये टास्क फ़ोर्स सही से काम नहीं कर रही है।
सुविधाओं को वापस लेने का आदेश
एंटी लिकर टास्क फ़ोर्स को दी गई सुविधाओं को वापस लेने के लिए आदेश दे दिया गया है। उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की ओर से ये आदेश जारी किया गया है। विभाग का कहना है कि टास्क फ़ोर्स को जितनी सुविधाएँ दी जा रही है वो उस हिसाब से काम नहीं कर रही है। बजट का हवाला देते हुए विभाग ने सारी सुविधाओं को वापस ले लिया है।