झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को पश्चिम बंगाल की पुलिस ने 50 लाख रुपये कैश के साथ बंगाल के ही एक मॉल से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद केस को पश्चिम बंगाल की सीआईडी टीम जांच कर रही थी। लेकिन प्रवर्तन निदेशालय राजीव कुमार को रांची लाने का प्रयास कर रही थी। इस मामले में कोलकाता में विशेष अदालत ने राजीव कुमार को कोलकाता से रांची भेजने की इजाजत दे दी है।
बंगाल पुलिस और पूछताछ करना चाहती थी
रिमांड के बावजूद बंगाल पुलिस अभी राजीव कुमार को पूछताछ के लिए रोकना चाहती थी। लेकिन कोर्ट ने राजीव कुमार को इस शर्त पर लाने की इजाजत दे दी कि 24 अगस्त को ED राजीव कुमार को वर्चुअली कोर्ट में पेश करेगी।
क्या है पूरा मामला
पश्चिम बंगाल पुलिस ने अधिवक्ता राजीव कुमार को 50 लाख रुपये कैश के साथ कोलकाता से गिरफ्तार किया था। मिली जानकारी के अनुसार राजीव कुमार एक व्यापारी के खिलाफ दाखिल जनहित याचिका को मैनेज करने के लिए कोलकाता गए हुए थे। केस को मैनेज करने के लिए पहले 10 करोड़ रुपये की मांग की गई। जिसके बाद डील 1 करोड़ रुपये में फाइनल हो गई। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार राजीव कुमार इसी 1 करोड़ रुपये की पहली किश्त के रूप में 50 लाख रुपये लेने कोलकाता गये थे। जहां उनको गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया।
ED को मिली है छह दिनों की रिमांड
अधिवक्ता राजीव कुमार के 14 दिनों की रिमांड ED ने की थी लेकिन अदालत ने छह दिन की रिमांड अवधि पर मुहर लगाई थी।