सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमना के सेवानिवृत्त होने के बाद जस्टिस UU Lalit ने उनका स्थान ले लिया है। जस्टिस यूयू ललित सुप्रीम कोर्ट के 49वें चीफ जस्टिस के तौर पर शपथ ले चुके हैं। वैसे जस्टिस ललित का कार्यकाल सिर्फ 74 दिनों का ही होगा। क्योंकि वे 8 नवंबर 2022 को रिटायर हो रहे हैं।
बार से आने वाले दूसरे जज
जस्टिस ललित ऐसे दूसरे CJI हैं, जो बार काउंसिल से आकर Judge बने हैं। इससे पहले 1971में Justice SM Sikri देश के Chief Justice बने थे। जस्टिस सीकरी 1964 में बार काउंसिल से आकर जज बने थे। जस्टिस ललित 13 अगस्त 2014 को सुप्रीम कोर्ट में जज के तौर पर नियुक्त हुए थे। इससे पहले वे बार काउंसिल में थे। अब 26 अगस्त को जस्टिस एनवी रमना के सेवानिवृत होने के बाद अगले सीजेआई बनेंगे।
महत्वपूर्ण फैसलों का रहे हैं हिस्सा
देश के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर फैसला देने वाली बेंच का हिस्सा जस्टिस यूयू ललित रहे हैं। तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट में फैसला देने वाली बेंच में भी जस्टिस ललित रहे हैं। इसके अलावा पॉक्सो एक्ट में बच्चों के प्राइवेट पार्ट्स को छूने को भी यौन उत्पीड़न मानने वाला फैसला भी जस्टिस ललित की बेंच से ही आया था।
आठ साल पहले आए थे सुप्रीम कोर्ट
वकालत में लंबा कॅरियर रहा है जस्टिस ललित का। सुप्रीम कोर्ट में जज के तौर पर लगभग आठ साल जस्टिस ललित ने बिताए हैं। लेकिन चीफ जस्टिस के तौर पर उनका कार्यकाल लगभग ढ़ाई माह का ही होगा। 9 नवंबर 1957 को जन्मे जस्टिस ललित ने जून 1983 में लॉ प्रैक्टिस शुरू की थी। 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में वे सीबीआई के वकील थे। 26 अगस्त के बाद चीफ जस्टिस बनने वाले जस्टिस ललित 8 नवंबर 2022 को रिटायर हो जाएंगे। उनका कार्यकाल लगभग ढ़ाई माह का होगा।