ऱाज्य में सियासी हलचल के बीच सीएम हेमंत सोरेन की विधायकी पर किसी भी वक्त फैसला आ सकता है। वहीं अब महागठबंधन की सरकार राज्यपाल पर नोटिफिकेशन जारी करने का दबाव बनाने लगी है। महागठबंधन के विधायकों ने आरोप लगाया है कि राज्यपाल नोटिफिकेशन जारी करवाने में जानबूझकर देरी कर रहे हैं, ताकि BJP को हॉर्स ट्रेडिंग करने का टाइम मिल जाए। वहीं, दूसरी तरफ BJP के सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के कई MLA अभी भी BJP के संपर्क में हैं। वे अपने विधायकों को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं। साथ ही CM हेमंत सोरेन को भी इस बात का डर है कि BJP राज्य में सरकार गिराने के लिए कोई बड़ी चाल चल सकती है। यही कारण है कि वो विधायकों को कभी डिनर तो कभी सियासी पिकनिक पर लेकर निकल रहे हैं।
महागठबंधन के नेता राजभवन पर बनाने लगे हैं दबाव
मुख्यमंत्री आवास पर रविवार को महागठबंधन दलों के 11 विधायक और मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान विधायकों ने सरकार को स्थिर बताया। अब महागठबंधन के नेता राजभवन पर दबाव बनाने लगे हैं। वे सीधा राज्यपाल को चुनौती दे रहे हैं। झारखंड के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि राजभवन के पास अगर निर्वाचन आयोग ने कोई रिपोर्ट भेजी है, तो उसे तत्काल ही सार्वजनिक करना चाहिए। ऐसे में इस बात की संभावना जताई जा रही है कि चुनाव आयोग सोमवार को कभी भी CM हेमंत सोरेन की विधायकी से संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर सकता है।
निशिकांत दूबे चौकीदार हैं क्या, कि भविष्यवक्ता हैं
वहीं मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमारे पास संख्याबल है। हम 50 से अधिक हैं। मंत्री बन्ना ने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि केंद्र में यदि कुव्वत है तो धारा 356 लगाकर हमारी सरकार को बेदखल करके दिखाए और नहीं तो ये अनर्गल प्रलाप न करें। जनता परेशान हैं सारा हमारा सिस्टम रूका हुआ है। राज्यपाल जी ने जो भी निर्णय किया है उसे सार्वजनिक करें।
हम 24 घंटे की भीतर उसका जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि यहां की जनता सीधी सादी है, तीन तेरह में नहीं रहती है। लेकिन कुछ-कुछ बीच-बीच में देखा जाता है कि जो कुछ निर्णय संवैधानिक संस्थाओं को लेने होते हैं, वो क्या निर्णय होंगे, उससे पहले यहां के कुछ गोपीचंद जासूसों को मिल जाते हैं। कोई कह देता है कि 33 विधायक ही सीएम के साथ हैं। उन्होंने कहा कि निशिकांत दूबे चौकीदार हैं क्या, कि भविष्यवक्ता हैं। ये एक सोची समझी साजिश के तहत आदिवासी नेतृत्व वाली सरकार को बदनाम करने की साजिश की जा रही है।