महागठबंधन की सरकार बने दो महीना बीत चुका है। मंत्रियों को विभागों का बंटवारा हुए भी एक महीना होने को है। शुरुआत में तो लगा जदयू और राजद के नेता दो बिछड़े भाइयों की तरह मिले हैं। लेकिन राजद के मंत्रियों ने अब तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने ऐसा तेवर दिखाया है कि सीएम नीतीश कुमार को 17 साल के कार्यकाल में पहली बार ऐसा झटका लगा है।
बयान से किरकिरी के बाद भी अड़े मंत्री
दरअसल, मंत्री सुधाकर सिंह ने एक दिन पहले अपने ही विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर खुल कर बोला। बोलते बोलते सुधाकर यहां तक बोल गए कि उनके विभाग में सभी अधिकारी चोर हैं और वे चोरों के सरदार हैं। अपनी ही सरकार पर मंत्री की ऐसी टिप्पणी से नीतीश सरकार की किरकिरी हुई। पहले लगा कि सुधाकर सिंह अपने बयान से पलट जाएंगे या गोलमोल जवाब दे देंगे। लेकिन सुधाकर सिंह ने तो मंगलवार को साफ साफ कहा कि वे अपने बयान पर कायम हैं।
समझाने का दांव पड़ा उलटा
मंगलवार को नीतीश कैबिनेट की मीटिंग थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कैबिनेट की मीटिंग में नीतीश कुमार ने मंत्री सुधाकर सिंह को समझाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि बयान देने से पहले जांच करा लेते। आप नहीं कराते तो हम अपने स्तर से करा देते। इतना सुनना था कि सीएम की नसीहत पर बिगड़े मंत्री कैबिनेट की बैठक छोड़कर निकल गए। डिप्टी सीएम के साथ अन्य सभी मंत्री आवाक रह गए। इस दौरान सीएम ने उन्हें समझाने का प्रयास भी किया। लेकिन तैश में मंत्री ने किसी की नहीं सुनी और बैठक से बाहर निकल गए।
बैठक के बाद Not Reachable
कैबिनेट की बैठक के बाद अन्य मंत्रियों ने सुधाकर सिंह से बात करने का प्रयास किया। लेकिन न तो सुधाकर सिंह सचिवालय में थे और न ही दूसरों के लिए उपलब्ध। मोबाइल से संपर्क भी किसी मंत्री से सार्वजनिक तौर पर नहीं हुआ।