मनोज बाजपेई इन दिनों बिहार में हैं। पटना आकर आरकेड बिजनेस कॉलेज के एक कार्यक्रम में भी शामिल हुए। मनोज बाजपेयी की यात्रा का दूसरा पड़ाव उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात का रहा। दोनों की लंबी मुलाकात हुई। तेजस्वी यादव के घर मनोज बाजपेयी ने उनकी गायों को भी देखा। इन हल्के फुल्के पलों में कोई गंभीर बात न हो, यह होना भी संभव नहीं है। राजनीति एक ऐसा पक्ष है, जहां बॉलीवुड की चकाचौंध भी अपनी चमक तराशना चाहती है। चर्चा उठने लगी कि मनोज बाजपेयी राजनीति में आएंगे। तो क्या बिहार में शत्रुघ्न सिन्हा के बाद मनोज बाजपेयी दूसरे ऐसे सितारे होंगे, जो सक्रिय राजनीति में आएंगे? जवाब आपको हम बताएंगे।
राजनीति से तौबा
सक्रिय राजनीति से मनोज बाजपेयी अभी दूर ही रहेंगे। इस खुलासा खुद मनोज बाजपेयी ने आरकेड बिजनेस कॉलेज के कार्यक्रम में Insider Live News की रिपोर्टर कोमल से बातचीत में किया। उन्होंने बताया कि राजनीति उनके मिजाज की चीज है ही नहीं। हल्के अंदाज में यह भी कहा कि जब फिल्मों में ही काम अच्छा चल रहा है तो क्यों राजनीति में आना। किसी दर्शक ने यह कहा कि राजनीति पर फिल्म की तो असली क्यों नहीं? जवाब मनोज बाजपेयी ने ऐसे दिया कि वो राजनीति तो ढ़ाई घंटे की थी। उससे ज्यादा मुझसे न होगा।
मनोज बाजपेई की ख्वाहिश
थिएटर से एक्टिंग की शुरुआत करने वाले मनोज बाजपेई टीवी में भी काम कर चुके हैं। फिल्मों और ओटीटी के तो सुपरस्टार बन चुके हैं। लेकिन मनोज बाजपेई की अब ख्वाहिश है कि जो स्ट्रगल उन्हें बेतिया से निकल दिल्ली होते हुए मुंबई में करना पड़ा, वो बिहार के दूसरे कलाकारों को न करना पड़े। इसलिए मनोज बाजपेई बिहार में फिल्म व अभिनय से जुड़े संस्थानों को प्रोत्साहन देने की मांग कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर उन्होंने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात की।
NSD का सेंटर खोलने की मांग
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात के दौरान मनोज बाजपेयी ने एक ज्ञापन दिया। इसमें उन्होंने बेतिया में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) का सेंटर खोलने की मांग की है। इस दौरान मनोज बाजपेई ने कहा कि बेतिया जैसी सांस्कृतिक विरासत वाली भूमि पर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की शाखा स्थापित करना, राज्य के लिए गौरव की बात होगी। वहीं मनोज बाजपेयी के मित्र शैलेंद्र प्रताप सिंह भी इस दौरान मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि महेंद्र मिसिर, भिखारी ठाकुर, रामचंद्र मांझी जैसे कलाकारों की भूमि सारण में भी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की शाखा स्थापित होनी चाहिए।