बेतिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने समाहरणालय सभाकक्ष जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया। जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है। कई ब्लैक स्पॉट ऐसे हैं, जहाँ लगातार दुर्घटनाएं हो रही है। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने एवं जान-माल की क्षति को रोकने के लिए सभी प्रकार के समुचित एवं कारगर उपाय अविलंब किया जाय। इस बैठक में सहायक समाहर्त्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित सहित जिला परिवहन पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग/एनएच, एसडीएम, बेतिया, जिला शिक्षा पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे।
ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया जाए
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रायः ऐसा देखा जाता है कि तीखे मोड़ों एवं वैसे मोड़ जहां वाहन को टर्न करते समय सामने से आने वाली वाहनों को देखने में परेशानी होती है वैसे स्थलों पर दुर्घटनाएं अधिक होती है। इसी रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया जाय तथा कैट्स आई, डेलिनेटर, कैनवैक्स रिफ्लेक्टर, रोड साईनेजेज, रम्बल स्ट्रीप, स्पीड ब्रेकर का अधिष्ठापन कराया जाय तथा रोड मार्किंग की व्यवस्था की जाय। ऐसे स्थानों पर दोनों तरफ अच्छे तरीके से सैनेजेज का अधिष्ठापन कराया जाय ताकि वाहन चालकों को स्पष्ट तरीके से परिलक्षित हो सके तथा वे सावधानीपूर्वक वाहन वहाँ से निकालें।
जिलाधिकारी ने दिए ये निर्देश
- NH, SH तथा अन्य सड़क के समीप अवस्थित विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों आदि के समीप पर्याप्त सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित किया जाय। यहां पर रिफ्लेक्टर, रम्बल स्ट्रीप आदि का अधिष्ठापन कराया जाय ताकि आने-जाने वाले वाहन चालक सहित बच्चे सावधान रहें। स्कूल आगमन तथा छुट्टी के वक्त विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। साथ ही स्कूल के प्रिंसिपल, वाहन संचालकों/चालकों को अच्छे तरीके से प्रशिक्षित कराने की भी व्यवस्था करें।
- ट्रक, ट्रेक्टर, ऑटो आदि वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेप लगवाने हेतु कार्य करें ताकि रात्रि के समय चालकों को दूर से आने वाले वाहन दृष्टिगोचर हो सके तथा दुर्घटना की संभावना नहीं रहे।
- यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध एमभी एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई सुनिश्चित किया जाय। सड़क पर चलने वाले सभी प्रकार के वाहनों की नियमित रूप से जांच करायी जाय तथा यातायात नियमों का सख्ती के साथ अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाय।
- गुड सेमेरिटन (अच्छा मददगार) को प्रोत्साहित किया जाय। गुड सेमेरिटन के द्वारा दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने के उपरांत परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा, इसका विशेष ध्यान रखा जाय। इसी क्रम में एक सदस्य द्वारा बताया गया कि उन्होंने स्वयं सड़क दुर्घटना के शिकार 8 लोगों अस्पताल पहुंचाने में मदद की है। जिलाधिकारी ने कहा कि बहुत अच्छी बात है। उन्होंने डीटीओ को निदेश दिया कि ऐसे व्यक्तियों को गुड सेमेरिटन पुरस्कार दिलाना सुनिश्चित किया जाय।
- ऐसे स्थलों जहाँ पर बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं वहाँ जिला परिवहन पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी जायेंगे और किन कारणों से दुर्घटनाएं हो रही है, उसकी पड़ताल करेंगे और समुचित एवं कारगर कदम उठायेंगे ताकि दुर्घटनाएं नहीं होने पाएं।
- ऐसे स्थलों के आसपास लगातार छापेमारी अभियान चलाया जाय, साथ ही रोको टोको अभियान भी चलाया जाए। अच्छे तरीके से जाँच-पड़ताल की जाए और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के विरुद्ध जुर्माना भी किया जाए।