बिहार में सीएम नीतीश कुमार हैं। लेकिन सत्ता में साझीदार राजद को तेजस्वी यादव में अभी से ही सीएम का स्वरूप दिखने लगा। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से लेकर शिवानंद तिवारी तक इस बात को सार्वजनिक कर चुके हैं। लेकिन फिलहाल नीतीश कुमार के सीएम पद पर कोई खतरा नहीं है। एक तरह से जो तथाकथित खतरा बयानों में दिख रहा था, उस पर तेजस्वी ने अपने ऐलान का कवच पहना दिया है।
यह भी पढ़ें : बिहार CM की कुर्सी नीतीश देने को तैयार, राजद अपनाने को तैयार, जदयू का ‘दर्द-ए-डिस्को’
जगदानंद का दावा खारिज
सीएम पद को लेकर सत्ताधारी दलों के कुछ नेताओं के बयान के बाद अब तेजस्वी यादव का बयान आया है। तेजस्वी ने साफ कर दिया है कि वे अभी सीएम नहीं बनने जा रहे हैं। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के 2023 में तेजस्वी को सीएम बनाने के बयान को खारिज कर दिया है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार चल रही है साथ पार्टी मिलकर नीतीश कुमार को नेता चुना है। इसलिए अभी बिहार का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही हैं।
पद की लालसा नहीं : तेजस्वी
बिहार के सीएम पद को लेकर महागठबंधन के दो बड़े दल जदयू और राजद में बयानों के तीर चलने लगे थे। लेकिन तेजस्वी यादव ने आगे बढ़ते हुए स्पष्ट किया है कि दोनों दलों की तरफ से कुछ बयानबाजी हो रही है। लेकिन ऐसे बयानों से लोगों को बचना चाहिए। तेजस्वी ने कहा कि हमारी कोई लालसा नहीं है। हड़बड़ी नहीं है कि हम बिहार का मुख्यमंत्री बनें।
नीतीश व तेजस्वी का मकसद एक
मुख्यमंत्री पद को लेकर जदयू और राजद के कन्फ्यूजन को खत्म करते हुए तेजस्वी ने अपना मकसद साफ कर दिया है। तेजस्वी ने कहा है कि हमारा लक्ष्य भाजपा को सत्ता से बाहर करना है। बिहार में यह हो चुका है। अब केंद्र में बारी है। केंद्र में भी हम लोग मिलकर भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर कर देंगे। नीतीश कुमार का भी यही मकसद है।