चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं। इस दौरान वे लोगों से मिल रहे हैं। PK कहते हैं कि यह पदयात्रा राजनीतिक नहीं, जनता से बात करने की पहल है। लेकिन प्रशांत जहां भी जा रहे हैं राजनीतिक बातें ही उठ रही हैं। पिछले दिनों Prashant Kishore ने कहा कि नीतीश कुमार ने उन्हें साथ काम करने का ऑफर दिया था। ऑफर Prashant की ओर से ठुकराया गया। लेकिन Nitish तो कुछ अलग ही कह रहे हैं।
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‘नीतीश ने नहीं दिया ऑफर’
सीएम Nitish कुमार ने कहा कि Prashant को साथ काम करने का कोई ऑफर नहीं दिया है। जो मर्जी बोलते रहें। मेरे साथ, मेरे घर में रहता था। जिसको जहां जाना है, जाएं। सीएम ने कहा कि चार साल पहले प्रशांत किशोर ने तो यहां तक कहा था कि मेरी पार्टी को कांग्रेस में मर्ज कर दीजिए। हम नहीं बुलाए थे, खुद से आया था। इनको राजनीति से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि वो भाजपा के लिए काम कर रहा है। हमको उस पर कुछ नहीं बोलना है।
इससे पहले PK ने कहा था कि नीतीश कुमार ने दुबारा उनके साथ काम करने का ऑफर दिया था। लेकिन CM ने प्रशांत किशोर के दावे को खारिज कर दिया है। बीते कुछ दिनों में नीतीश कुमार और Prashant के बीच जुबानी जंग जारी है। कई बार दोनों करीब आते दिखते हैं तो कई बार दोनों एक दूसरे के विरोध में खड़े दिखते हैं।
प्रशांत की हुई थी नीतीश से मुलाकात
अपने पदयात्रा की शुरुआत से पहले प्रशांत किशोर लगातार सीएम Nitish के सुशासन मॉडल पर वार कर रहे हैं। इस पर नीतीश ने एक बार कह दिया कि प्रशांत को बिहार का ए, बी, सी नहीं पता। तब प्रशांत किशोर ने जवाब दिया कि ठीक है हमको बिहार का ए, बी, सी नहीं मालूम। नीतीश जी को सब पता है। वही बता दें कि बिहार इतने साल बाद भी क्यों पिछड़ा है। इसके बाद पवन वर्मा के साथ प्रशांत किशोर और CM Nitish की एक गुप्त मीटिंग भी हुई। इस मीटिंग के बारे में पहले नीतीश ने मीडिया को बताया।