रविवार को सीएम नीतीश नवादा के नारदीगंज प्रखंड स्थित मोतनाजे गांव पहुंचे। जिस दौरान नीतीश कुमार ने गंगाजल उद्वह परियोजना का जायजा लिया। उन्होंने नितिक्षण के दौरान साफ आदेश दिया है कि काम को जल्द पूरा कंप्लीट किया जाए। इसी दौरान नीतीश कुमार जब वहां से रवाना होने के लिए तैयार हुए वैसे ही उन्के हेलीकॉप्टर में तकनिकी खराबी आई। जिसके कारण उन्हें 15 मिनट तक इंतजार करना पड़ा।
नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर सख्त निर्देश
बता दें कि गंगाजल उद्वह परियोजना नीतीश कुमार का सबसे बड़ा ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस परियोजना पर किसी भी प्रकार की गडबड़ी आती है तो निश्चित उन लोगों पर कार्रवाई होगी। बिहार के गया और नालंदा जिले के जल संकट के समाधान के लिए ‘गंगा उद्वह परियोजना’ बनाया गया। जिसके लिए 190 किमी पाइपलाइन के जरिए गंगा नदी का पानी मोकामा के हथिदह से नवादा तक पहुंचाने का 24 मई को ट्रायल हुआ था।
गया में परियोजना सफल
इस योजना के तहत गंगा का जल गया तक भी पहुंचा दिया गया है। जिसका उद्घाटन शनिवार को बिहार के सीएम नीतीश ने किया है। हाथीदह से सबसे पहले गंगा नदी का पानी डिटेंशन टैंक नवादा जिला के मोतनाजे में बनाया गया है। नवादा जिले के नारदीगंज प्रखंड स्थित मोतनाजे गांव में गंगाजल उद्वह परियोजना का ट्रायल पूरी तरह सफल रहा था। और पाइपलाइन के जरिए पटना जिले के हाथीदह से गंगा का पानी नालंदा होते हुए नवादा के मोतनाजे पहुंचा। नीतीश के नवादा पहुंचते ही जिला अधिकारी उदिता सिंह, पुलिस कप्तान डॉ गौरव मंगला, सदर एसडीओ उमेश कुमार भारती, सदर डीएसपी उपेंद्र प्रसाद आदि तमाम अधिकारी वहां उपस्थित थे।
हेलीकॉप्टर की उड़ान भरने के लिए सीएम को करना पड़ा 15 मिनट इंतजार
देखा गया कि सीएम नीतीश कुमार जैसे ही हेलीकॉप्टर की उड़ान भरने बैठे। उसी दौरान टेक्निकल प्रॉब्लम के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाई। 15 मिनट के बाद नीतीश की हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरा। 15 मिनट तक नीतीश हेलीकॉप्टर में बैठे रहे। हालांकि बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर में फ्यूल खत्म हो गया था। जिसके कारण सीएम नीतीश को थोड़ा देर इंतजार करना पड़ा। हालांकि फ्यूल खत्म होने की पुष्टि भी किसी अधिकारी के द्वारा नहीं किया गया।
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