देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की जन्मस्थली सीवान ज़िलें के एक मेधावी छात्र ने कठिन परिश्रम के बदौलत बिहार न्यायिक सेवा के अंतर्गत सिविल जज बनकर गांव से लेकर जिला एवं पूरे बिहार का नाम रौशन किया है। गरीब किसान के घर जन्मा एवं ग्रामीण क्षेत्रों के गंवई पारिवारिक माहौल में परिवरिश होने वाला रूपेश ने बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा में पहले प्रयास में ही अपना परचम लहराया हैं।
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रूपेश की कड़ी मेहनत लाई रंग
सीवान ज़िलें के बड़हरिया प्रखंड के पलटूहाता गांव निवासी किसान पिता धनंजय सिंह एवं माता विमल देवी के पुत्र है रूपेश कुमार। रूपेश की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही राजकीय बुनियादी विद्यालय में हुई है। लेकिन पड़ोसी ज़िलें गोपालगंज के माधोपुर स्थित डीपी उच्च विद्यालय से मैट्रिक परीक्षा पास की। वही प्रमंडलीय मुख्यालय सारण के रामजयपाल महाविद्यालय से इंटर (विज्ञान) किया है। वहीं राजेंद्र महाविद्यालय छपरा से स्नातक (गणित) विषय से पास करने के बाद उत्तर प्रदेश के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से विधि स्नातक एवं विधि स्नातकोत्तर पास किया।रूपेश ने वर्ष 2021 में आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा यूजीसी नेट पास किया। जिसके बाद वह बिहार न्यायिक सेवा 2020 में शामिल हुए। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगान के बाद यह मुकाम हासिल की है।
हर परीक्षा में प्रथम श्रेणी से पास
परीक्षा में सफ़ल होने के बाद रूपेश ने बताया कि मैट्रिक की परीक्षा से लेकर विधि स्नातकोत्तर तक का परिणाम प्रथम श्रेणी से ही पास किया हूं। साथ ही रूपेश ने इस सफलता के लिए अपने मता-पिता, बहन गुरुजनों एवं दोस्तों के प्यार, मार्गदर्शन का आभार व्यक्त किया।