सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ बगावती तेवर दिखाकर मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले सुधाकर सिंह ने खुब सुर्खिया बटोरी थी। एक बार फिर से वो सुर्ख़ियों में हैं। जिसका कारण उनका ताजा बयान है। जिसमें उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर करारा हमला बोला है। मंत्री पद पर रहते हुए भी वो लगातार सीएम नीतीश कुमार की नीतियों के खिलाफ खुले मंच से बोलते थे। इस्तीफे के बाद से काफी समय तक उन्होंने कुछ भी बोलने से परहेज किया। यहाँ तक कि उनके इस्तीफे की सुचना भी उनके प[इत और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदनद सिंह ने दी थी। लेकिन अब एक बार फिर से सुधाकर सिंह पाने पुराने रंग में लौट गए हैं। बीते दिन रविवार को चैनपुर के हाटा बाजार में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम नितिओश कुमार पर जम कर बरसे।
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मंत्री बन गए हैं चपरासी
सुधाकर सिंह ने नीतीश सरकार पर बड़ा तंज कसा। उन्होंने कहा कि जब मैं कृषि मंत्री थे उस समय भी कृषि विभाग का कमान मुख्यमंत्री के पास थी,जो किसी को सुनते नहीं हैं।आज सरकार में मंत्री सिर्फ चपरासी बन कर रह गए है। जैसे कार्यालय में चपरासी सिर्फ मुहर मारने के लिए रहते है वही हाल मंत्रियों का हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार 17 साल से है हम लोग तो नए है। पर सरकार पुरानी जैसी ही है, किसानों की बात सुनने वाला कोई नहीं है। सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोगों को प्रधानमंत्री बनने की बेचैनी है, नहीं तो उनकी आत्मा स्वर्ग नहीं जा पाएगी। कुछ लोगों को लगता है कि स्वर्ग का रास्ता प्रधानमंत्री के पद से होकर जाता है।
किसानों के हित में की बात तो देना पड़ा इस्तीफा
अपने इस्तीफे को लेकर भी सुधाकर सिंह खूब बोले का। उन्होंने कहा कि मैं विधायक बनने से पहले भी किसानों के लिए लड़ता रहा हूँ। विधायक और मंत्री बनने के बाद भी किसानों के लिए लड़ता रहा जिसका नतीजा ये है कि मुझे मंत्री पद छोड़ना पड़ा।17 साल से बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है पर किसानों की बात को अनसुनी कर दी जाती है। और जब मैंने किषणों के हित के लिए लड़ाई जारी रखी तो मुझे मंत्री पद से हटवा दिया। सरकार भूल रही है कि ये किसानों का देश है। जहाँ 70 फीसदी किसान रहते हैं। यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो सरकार को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।