मनी लांड्रिंग और मनरेगा की योजनाओं में घोटाले मामले में निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को गुरुवार को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत में जमानत याचिका याचिका खारिज कर दी। उन्हें इसबार भी कोर्ट से जमानत नहीं मिली है। पूजा सिंघल ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जमानत देने की गुहार लगाई थी। पूजा सिंघल को जमानत के लिए अभी और इंतजार करना होगा।
पिछली बार समयाभाव के कारण टल गई थी सुनवाई
पिछली सुनवाई 22 अक्टूबर को हुई थी। लेकिन समयाभाव के कारण सुनवाई टल गई थी। सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि इस मामले में विस्तृत सुनवाई की जरूरत है। इस पर पूजा सिंघल के अधिवक्ता ने अगली तिथि निर्धारित करने का आग्रह किया था। अदालत ने तीन नवंबर को सुनवाई की तिथि निर्धारित की थी। बता दें कि निचली अदालत से जमानत खारिज होने के बाद पूजा सिंघल ने हाई कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है।
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पूजा सिंघल के खिलाफ 6 मई से जारी है कार्रवाई
बता दें कि पूजा सिंघल के खिलाफ 6 मई से कार्रवाई जारी है। पहली बार 6 मई की सुबह ही मैडम के 25 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। उनके एक ठिकानें से 20 करोड़ के आस पास कैश मिले थे। सिंघल को ईडी ने 11 मई को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही वह जेल में बंद हैं। बता दें कि ईडी ने पूजा सिंघल के खिलाफ दाखिल चार्जशीट में भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। ईडी ने कहा है कि चतरा, खूंटी और पलामू जिले में डीसी रहते हुए पूजा सिंघल के खाते में वेतन से 1.43 करोड़ रुपये अधिक आए थे। तीनों जिलों में उनके डीसी के कार्यकाल के दौरान के अलग-अलग बैंक खातों व दूसरे निवेश की जानकारी भी एक जगह जमा की गई है।