एक टीवी सीरियल है जिसका नाम ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’। ये नाम वर्त्तमान में बीजपी और चिराग प्पस्वान के बीच के रिश्ते में बिलकुल सटीक बैठ रहा है। बीजेपी और लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के बीच नजदीकियों की खबर आज कल खुब सुर्खियाँ बटोर रही हैं। इस बात को लेकर भी चर्चाएँ तेज हैं कि जल्द ही चिराग पासवान NDA में शामिल हो सकते हैं। मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव में बीजेपी के समर्थन में चिराग के प्रचार करने के बाद इन चर्चाओं ने और जोर पकड़ ली है। खुद चिराग पासवान से भी जब इस बारे में सवाल किया गया था तो उन्होंने कहा कि वो प्रधानमंत्री से मिलाने के बात इसको लेकर फैसला लेंगे। लेकिन अब चिराग पासवान ने कुछ ऐसा किया है जिससे बीजेपी के उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है।
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BJP को चिराग का झटका
एक और जहाँ NDA में चिराग के शामिल होने की बात चल रही है। वहीं दूसरी और चिराग अलग ही सियासी खिचड़ी पकाने में लगे हैं। बीते दिन गुरुवार को चिराग पासवान ने बीजेपी को एक बड़ा झटका दिया। बीजेपी के बड़े नेता विनोद नारायण झा के बेटे डॉ. विभय कुमार झा को चिराग ने अपनी पार्टी की आजीवन सदस्यता दिलाई। बता दें कि डॉ. विभय कुमार झा के पिता विनोद नारायण झा बिहार के बेनीपट्टी से विधानसभा चुनाव जीत चुके है। वो 2010 और 2020 में बीजेपी के टिकट पर इस सीट से विधायक चुने जा चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार अपने पिता के साथ बीजेपी के रवैये से नाराज होकर ही डॉ. विभय कुमार झा ने लोजपा में शामिल होने का फैसला किया है।