महज 21 साल की आयुषी इस दुनिया से चली गई। जिस उम्र में उसके अरमान और सपने आसमान में उड़ने चाहिए थे, उस उम्र में चिता उसका इंतजार कर रही है। दर्दनाक मौत मिली आयुषी को। मौत के बाद भी चैन नहीं आया तो दिल्ली की आयुषी की लाश को बड़े बैग में भरकर मथुरा में फेंक दिया गया। आयुषी की हत्या तो उसके पिता ने की, जिसमें मददगार उसकी मां रही। अब पुलिस की पूछताछ में इस घिनौने अपराध का कारण सामने आया है, जो अपराध से भी ज्यादा घिनौना है। अपराध और उसके कारण में कौन ज्यादा घिनौना है, यह कहना मुश्किल है।
पुलिस के सामने कबूला जुर्म
आयुषी हत्याकांड मामले में पुलिस ने आयुषी के माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दोनों से ही लंबी पूछ-ताछ की, जिसमें दोनों ने हत्या की बात कबूल कर ली है। साथ ही उन्होंने हत्या की वजह भी बताई है। आरोपी पिता का कहना है कि आयुषी ने बिना बताए दूसरे धर्म के लड़के से शादी कर ली थी। कई दिनों तक घर से बाहर रहती थी। इसी से नाराज होकर उसने अपनी बेटी की हत्या कर दी।
इस तरह दिया घटना को अंजाम
पुलिस के अनुसार आयुषी के बिना बताए घर से बाहर जाने को लेकर उसका पिता नितेश यादव काफी गुस्से में था। गुस्सा इतना ज्यादा बढ़ गया कि नितेश यादव ने गोली मार कर हत्या कर दी। इसके बाद शक को भी ठिकाने लगा दिया। एक सूटकेस में आयुषी के शव को डालकर मथुरा के राया इलाके में फेंक दिया। 18 नवंबर को पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस वे से बरामद किया।
पुलिस की जांच में हुआ खुलासा
यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे से 18 नवंबर को पुलिस ने आयुषी के शव को बरामद किया। आयुषी का शव लाला रंग के एक सूटकेस में था। शव को प्लाटिक में पूरी तरफ से लपेट दिया गया था। सूटकेस में दो लाला रंग की सदी भी रखी हुई थी। पुलिस ने शव मिलाने के बाद जांच शुरू की। पुलिस ने 20 हजार से ज्यदा मोबइल फोन को ट्रेस किया। वही यमुना एक्सप्रेस वे के आस पास के सभी CCTV की छानबीन की। जिसके बाद पुलिस ने आयुषी के पिता और माता को गिरफ्तार किया है। दोनों से अभी भी पूछ-ताछ की जा रही है।