बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुए लगभग 6 साल का समय हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने इस फैसले के लिए हमेशा खुद से ही खुद की पीठ थपथपाते रहे हैं। हालाकिं शराबबंदी कानून लागु होने के बाद भी आए दिन शराबमाफियों के नए-नए कारनामें सामने आते रहते हैं। कई जगहों पर जहरीली शराब से लोगों की मौत की खबरें भी आम सी हो गई है। जबकि कई जगहों से शराब की छोटी-बड़ी खेप लगभग हर दिन ही पकड़ी जाती है। मतलब ये की शराबबंदी के सामानांतर एक अवैध शराब का कारोबार तेजी से पैर पसरता जा तरह है।
जिस पुलिसिया तंत्र को नीतीश कुमार ने सख्ती से शराब माफियों और शराबियों से निपटने के लिए लगाया है, उनपर भी ये आरोप लगते रहे हैं कि उनकी मिलीभगत से बिहार में अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। शराब के होम डिलीवरी की बात भी खुब हो रही है। अमेजन-फ्लिपकार्ट की तर्ज पर बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है।
नालंदा: रसोई गैस सिलेंडर में विस्फोट, आग में झुलस कर दो बच्चियों की मौत
शराबबंदी के खिलाफ PK ने खोला मोर्चा
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पिछले कुछ समय से जनसुराज पदयात्रा पर निकले हुए है। इस पदयात्रा के जरिए वो पुरे बिहार का भ्रमण करने वाले हैं। अपने पदयात्रा के दौरान वो लगातार बिहरा सरकार की नीतियों और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बयानों के जरिए मोर्चा खोल रखा है। प्रतिदिन वो कुछ ना कुछ ऐसा बयान दे देते हैं जो सुर्ख़ियों में बना रहता है। सबसे ज्यादा वो बिहार में जंगलराज की वापसी और शराबबंदी कानून को लेकर नीतीश कुमार पर खुब हमलावर हैं। इसी कड़ी में बीते दिन गुरुवार को पूर्वी चंपारण के जयसिंह मौजे में एक सभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर से उन्होंने बिहार में शराब की होम डिलेवरी होने की बात कही।
‘शराबबंदी से बिहार के राजस्व को नुकसान’
प्रशांत किशोर पहले भी बिहार में शराबबंदी को लेकर बयान दे चुके हैं। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया था नीतीश कुमार की होम डिलीवरी वाली शराबबंदी से उनके ही अधिकारी नाराज हैं। गुरुवार को एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने एक बार फिर शराबबंदी की होम डिलीवरी का फॉर्मूला समझाया साथ ही बिहर को होने वाले नुसकान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “आजकल विश्व भर में लोग अमेजॉन, फ्लिपकार्ट से घर बैठे खरीदारी करते हैं, उसके लिए उन्हें दुकान पर जाने की आवश्यकता नहीं होती। ठीक वैसे ही नीतीश कुमार ने अपनी इंजीनियरिंग बुद्धि से बिहार में शराब की दुकान बंद करके होम डिलीवरी चालू करवा दी है। अब ₹100 की शराब ₹400 में घर-घर होम डिलीवरी पर आती है। जिससे बिहार के राजस्व का 20 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है।”