राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह आज यानी मंगलवार को करीब डेढ़ महीनों बाद राजद के कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। जिससे ये तो साफ हो गया है कि पार्टी से उनका सारा गीला शिकवा दूर हो गया है। अपने बेटे सुधाकर सिंह के के इस्तीफे के बाद से जगदानंद सिंह ने राजद कार्यालय में आना बंद कर दिया था। माना जा रहा था कि वो पार्टी से नाराज चल रहे हैं। उनके कार्यालय ना आने के बाद तरह की कहाब्रें सुर्खियां बनने लगी थी।
कभी उनके प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे की बात सामने आई तो कभी उन्हें इस पद से हटाए जाने की ख़बरें सुर्खियाँ बनी। लेकिन उन सारे अनुमानों पर आज पूर्णविराम लग गया है। उनके कार्यालय में वापस आने से इक बात तो साफ हो गई कि पार्टी से उनकी नाराजगी समाप्त हो गई है या फिर लालू यादव उनको मनाने में कामयाब रहे।
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तरह-तरह की बनी ख़बरें
जब से जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह ने कृषि मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था। तभी से जगदानंद सिंह पार्टी से से दूरी बनाते दिख रहे थे। उन्होंने राजद कार्यालय में आना बंद कर दिया था। पिछले डेढ़ महीनों से राजद कार्यालय नहीं आ रहे थे। वो दिल्ली में हुए राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक और खुला अधिवेशन में भी शामिल नहीं हुए थे। इसके पीछे का कारण उनकी नाराजगी बताई जा रही थी। मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव में स्टार प्रचारकों की सूची में भी जगदानंद सिंह को शामिल नहीं किया गया था। ऐसी भी खबरें हैं कि वो राजद नेताओं से भी बातचीत करना बंद कर दिया था।
इसके बात से ऐसी भी खबरें आई की राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, जगदानंद सिंह को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने का मन बना लिया है। ये भी तय माना जाने लगा की जगदानंद सिंह की जगह अब्दुल बरी सिद्दकी को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा। लालू यदाव से दिल्ली में जगदानंद सिंह की मुलकात हुई जिसके बाद आज वो राजद कार्यालय में वापस पहुंचे हैं। इसके साथ ही उनको लेकर लगाए जा रहे कयासों पर पूरी तरह से विराम लग गया है।