बिहार में ताड़ी पर प्रतिबंध को लेकर सियासत गर्म है। बीते दिन को पासी समज के लोगों ने ताड़ी प्रतिबंध किए जाने के विरोध में राजधानी पटना की सड़कों पर प्रदर्शन किया था। वहीं आज हम पार्टी के प्रमुख जितनराम मांझी ने भी ताड़ी प्रतिबंध के विरोध में बयान दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो ठान लेते हैं उसके लिए वे उतारू हो जाते हैं। लेकिन यह उनका व्यतिगत विचार है कि ताड़ी को शराब के श्रेणी में शामिल नहीं करना चाहिए। वह एक नेचुरल जूस है। इससे कई तरह के उपचार किए जाते है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ताड़ी के बैन से लाखों लोगों का रोजगार छिन जाएगा। उनके इस बयान के समर्थन में बीजेपी भी उतर गई है।
नीतीश से किया सवाल
नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता विजय कुमार सिन्हा ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस किया। जिसमें उन्होंने जीतन राम मांझी के ताड़ी पर दिए बयान का समर्थन किया। उन्होंने पूछा कि ताड़ी से नीरा बनाने वालों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को क्या दिक्कत है। नीतीश कुमार सिर्फ माफियाओं को उम्मीदवार बनाकर उसका महिमामंडन कर रहे हैं। उन्होंने गरीबों को पकड़ कर जेल भेजने के काम किया है। विजय सिन्हा ने आगे कहा कि ताड़ी के नाम पर पुलिस गरीब लोगों का चीर-हरण करा रही है। इसे लेकर सरकार में शामिल राजद भी धृतराष्ट्र बन गई है वो कुछ भी नहीं बोल रही है। महागठबंधन में शामिल और दलों के नेता भी चुप है।
अतिपिछड़ा विरोधी नीतीश
अतिपिछड़ा आयोग को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है और नगर निकाय का चुनाव और आगे टल गया है। इसे लेकर भी विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश कुमार हमला किया है। उन्होंने कहा कि अब नीतीश कुमार का अतिपिछड़ा विरोधी चेहरा उजागर हो गया है। सीएम नैतिक जिम्मेवारी लेकर इस्तीफा दें विधानसभा चुनाव कराए।