पंकज मिश्रा एक हजार करोड़ रुपये के अवैध खनन के मामले में गिरफ्तार हैं और इलाज के लिए रिम्स में इलाजरत है, लेकिन अब रिम्स प्रबंधन ने डिस्चार्ज कर दिया है। रिम्स ने उन्हें डिस्चार्ज कर वापस ले जाने की सूचना बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा प्रबंधन को दे दी है और रिम्स प्रबंधन ने कहा कि जेल प्रबंधन जब चाहे उन्हें ले जा सकता है। रिम्स के डॉक्टरों ने शुक्रवार को बताया कि इलाज के बाद पंकज मिश्रा को नशामुक्ति से संबंधित उपचार के लिए रेफर किया जा चुका है। पंकज मिश्रा को प्रेंक्रियाज से संबंधित जो भी शिकायत थी उसकी दवाएं अभी चल रही है। लेकिन इसके लिए अब उन्हें रिम्स में रखकर इलाज करने की जरूरत नहीं है। डॉक्टरों के अनुसार अब उन्हें रिनपास, सीआईपी या किसी अन्य डिएडक्शन सेंटर में इलाज कराने की जरूरत है।
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जेल प्रबंधन ही अपने हिसाब से करेगा कार्रवाई
डॉक्टरों ने बताया कि इस संबंध में सभी जानकारी बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा प्रबंधन को दे दी गई है। अब जेल प्रबंधन ही अपने हिसाब से कार्रवाई करेगा। डॉक्टरों से मिली जानकारी के अनुसार रिम्स में भर्ती पंकज मिश्रा फोर्टविन का इंजेक्शन लेते रहे हैं। यह एक सिंथेटिक नारकोटिक दवा है। आम तौर पर इसका इस्तेमाल किसी मरीज के ऑपरेशन से पहले उसे हल्की बेहोशी के लिए दिया जाता है। बताया जाता है कि पंकज मिश्रा रोज रात में सोने से पहले फोर्टविन का इंजेक्शन लेते थे। वह पिछले छह साल से इस दवा का लगातार सेवन कर रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार हालांकि रिम्स में भी मनोचिकित्सक के परामर्श पर पंकज मिश्रा को समुचित दवा चल रही है। अब बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा प्रबंधन उन्हें आगे के इलाज के लिए रिनपास या ऐसे ही किसी संस्थान में ले जाएगा।